परीक्षा में सफलता दिलाएगा ये पूजन

punjabkesari.in Wednesday, Apr 04, 2018 - 02:24 PM (IST)

गुरुवार दिनांक 05.04.18 को वैसाख कृष्ण पंचमी तिथि, अनुराधा नक्षत्र, ततैलियकरण, व्यतिपात योग विद्यमान है। सूर्य मीन राशि में गोचरशील हैं। आज के योग में विष्णु अवतारों का पूजन श्रेष्ठ रहता है। शास्त्रों में विष्णु के 24 अवतारों का वर्णन है। शास्त्र प्रेम सुखसागर के अनुसार भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रूप में लिया। इनके पिता का नाम महर्षि कर्दम व माता का नाम देवहूति था। शरशय्या पर पड़े भीष्म के शरीर त्याग के समय वेदज्ञ व्यास आदि ऋषियों के साथ कपिल मुनि भी वहां उपस्थित थे। कपिल मुनि के क्रोध से ही राजा सगर के साठ हजार पुत्र भस्म हो गए थे। कपिल सांख्य दर्शन के प्रवर्तक हैं। कपिल भागवत धर्म के प्रमुख 12 आचार्यों में से एक हैं। पुराणों में कपिल मुनि को अग्निअंश व ब्रह्मा का मानस पुत्र भी बताया गया है। 


महात्मा बुद्ध का जन्म स्थान 'कपिलवस्तु' ही कपिल मुनि का भी जन्म स्थान माना जाता है। इन्हीं के नाम पर वह नगर 'कपिलवस्तु' कहलाया था। कपिल प्राचीन भारत के एक प्रभावशाली मुनि थे। इन्हें सांख्यशास्त्र व तत्व ज्ञान के प्रवर्तक के रूप में जाना जाता है। 'गंगासागर' क्षेत्र इनकी तपस्या स्थली थी। गीता में इन्हें श्रेष्ठ मुनि कहा गया है। भगवान कपिल ने सर्वप्रथम विकासवाद का प्रतिपादन किया और संसार को एक क्रम के रूप में देखा। विष्णु अवतार कपिल मुनि के विशेष पूजन व उपाय से पराक्रम में वृद्धि होती है, स्टूडेंट्स को परीक्षा में सफलता मिलती है व सांसरिक संबंधों से कटुता दूर होती है।


पूजन विधि: घर की उत्तर दिशा में पीला वस्त्र बिछाकर कपिलावतार या भगवान विष्णु का चित्र स्थापित करके विधिवत पंचोपचार पूजन करें। पीतल के दिए में गौघृत का दीप करें, सुगंधित धूप करें, तुलसी पत्र चढ़ाएं, हल्दी से तिलक करें, बेसन के लड्डू का भोग लगाएं, केले चढ़ाएं तथा किसी माला से इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें।


पूजन मुहूर्त: दिन 11:45 से दिन 12:45 तक।
पूजन मंत्र: ॐ कपिलाय स्मृतिजुषे नमः॥
 

उपाय
फेमस होने के लिए भगवान विष्णु पर चढ़ी हल्दी से रोज बाईं भुजा पर तिलक करें।


घरेलू झगड़े मिटाने के लिए डाइनिंग टेबल के पास कृष्ण-बलराम का चित्र लगाएं।


परीक्षा में सफलता के लिए भगवान विष्णु पर चढ़ा भोजपत्र किसी किताब के बीच में रखें। 

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 


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Aacharya Kamal Nandlal

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