बेड़ी हनुमान करते हैं जगन्नाथ मंदिर की रक्षा, जानिए इससे जुड़ी कथा

punjabkesari.in Thursday, Jun 03, 2021 - 03:06 PM (IST)

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ओड़िसा में भगवान जगन्नाथ का सबसे प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर हैं। बताया जाता है सप्तपुरियों में से एक पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ का यह मंदिर चार धाम में से एक माना जाता है। इस मंदिर के बारे में लगभग लोग जानते हैं, तो वहीं इसकी विशेषता से भी अधिकतर लोग अवगत है। पर क्या आप में से कोई ये जानता है कि जगन्नाथ मंदिर की रक्षा कौन करता है? तो आपको बता दें इस मंदिर के सेवा करते हैं श्री राम के परम भक्त व संकटों को हरने वाले संकटमोचन श्री हनुमान जी स्वयं करते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी पौराणिक कथा- 

प्रचलित मान्यताओं के अनुसार जगन्नआथ मंदिर का निर्माण राजा इंद्रद्युमन राजा ने हनुमान जी की प्ररेणा से बनवाया था। जिसकी रक्षा आज भी हनुमान स्वयं करते हैं। कहा जाता है यहां कण कण में हनुमान जी की निवास है। यहां इनके निवास का परमाण देने वाले कई चमत्कार भी घटित हो चुके हैं। 

बता दें मंदिर के चारों द्वार के समक्ष रामदूत हनुमान जी का एक मंदिर है, जिसे बेड़ी हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है। तो वहीं मुख्य द्वार के समक्ष जो समुद्र है, उसके बारे में कहा जाता है कि यहां साक्षात बेड़ी हनुमान जी का वास है। 

इससे जुड़ी कथाओं की मानें तो प्राचीन समय में 3 बार समुद्र की लहरों ने जगन्नाथ मंदिर को तोड़ने की कोशिश की थी। तब महाप्रभु जगन्नाथ जी ने पवनपुत्र हनमुान जी को यहां समुद्र को नियंत्रित करने के लिए उन्हें नियुक्त किया था। परंतु जब हनुमान जी जगन्नाथ-बलभद्र एवं सुभद्रा के दर्शनों का लोभ संवरण नहीं कर पाते थे। जब वे प्रभु के दर्शन के लिए नगर में प्रवेश करने आते, तो समुद्र भी उनके पीछे नगर में प्रवेश कर जाता। इस पर जगन्नाथ भगवान ने हनुमान जी को यहीं स्वर्ण बेड़ी से आबद्ध कर दिया। जहां वर्तमान समय में हनुमान जी की प्राचीन मंदिर स्थित है।  


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Content Writer

Jyoti

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