जानिए क्यों नहाने के दौरान पैर रगड़ना हो सकता है अशुभ?
punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 02:07 PM (IST)
Bathing Superstitions: यह अक्सर देखा जाता है कि लोग नहाते समय अनजाने में या आदतवश अपने एक पैर को दूसरे पैर से रगड़ते हैं या पानी में पैरों को तेज़ी से हिलाते हैं। ज्योतिष शास्त्र और प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, यह आदत आपके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकती है और राहु ग्रह को सक्रिय करके आपकी समस्याओं में वृद्धि कर सकती है। तो आइए जानते हैं कि इस सामान्य आदत को ज्योतिष में क्यों अशुभ माना गया है और यह कैसे आपके जीवन को प्रभावित करती है।

क्यों अशुभ है यह आदत?
ज्योतिष शास्त्र में, पैर और पानी दोनों का विशेष महत्व है और इन दोनों से जुड़ी अशुद्धियां सीधे आपके जीवन की शुभता को प्रभावित करती हैं। ज्योतिष में माना जाता है कि पैर राहु ग्रह से संबंधित होते हैं। पैरों की सफाई और उनका सम्मान राहु को शांत रखता है। जब आप नहाते समय एक पैर से दूसरे पैर को रगड़ते हैं, तो आप अशुद्धियों को पैरों के माध्यम से रगड़ रहे होते हैं। यह प्रक्रिया शरीर की सकारात्मक ऊर्जा को असंतुलित करती है और राहु की नकारात्मकता को बढ़ाती है।
जब राहु अशांत होता है, तो वह जीवन में अचानक रुकावटें, मानसिक तनाव, अज्ञात भय और निर्णय लेने में असमर्थता जैसी समस्याएं पैदा करता है। यह आदत आपकी आर्थिक स्थिति को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। धार्मिक मान्यता है कि पानी पवित्र होता है। पानी में अनावश्यक रूप से पैरों को रगड़ना या तेज़ी से हिलाना जल तत्व का अनादर माना जाता है, जिससे लक्ष्मी और सुख-शांति में कमी आती है।

क्या करना चाहिए?
पैरों की सफाई के लिए हमेशा हाथों या किसी साफ कपड़े/लूफा का उपयोग करें, न कि एक पैर को दूसरे पैर से रगड़ें।
स्नान हमेशा शांति और एकाग्रता के साथ करना चाहिए। यह केवल शरीर की नहीं, बल्कि मन की भी शुद्धि है।
स्नान करते समय पानी को व्यर्थ न बहाएँ और न ही उसे तेज़ी से बिखेरें।

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