सावन के आख़िरी सोमवार धूम-धाम से हुई बाबा महाकाल की भस्म आरती
punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2019 - 01:58 PM (IST)
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इस साल का श्रावण माह 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के दिन खत्म हो रहा है। जिसका आख़िरी सोमवार 12 अगस्त को था। इसके चलते देश में स्थापित 12 ज्योर्तिलिंगों में अधक भीड़ देखने को मिली। मगर सबसे खास था उज्जैन के महाकाल ज्योर्तिलिंग का। सावन के आख़िरी सोमवार को श्रद्धालु यहां भस्म आरती में शामिल होने के लिए पंहुचे। बताया गया बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालु देर रात 1 बजे ही मंदिर की लाइन में खड़े हो गए थे। सुबह 2.30 बजे मंदिर में भस्म आरती शुरू हुई जिसमें दूध, दही, घी, शहद, फुल, इत्र आदि से भगवान को स्नान कराया गया।
बाबा महाकाल का फूलों से श्रृंगार करने के बाद ढोल-नगाड़ों, मंदिर की घंटियों के बीच और झांज-मंजीरों के साथ बाबा महाकाल की आरती की गई, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। साथ ही बता दें शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से बाबा पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले, जिसमें चन्द्र मोलेश्वर के रूप में भगवन शिव श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। मध्य प्रदेश शासन मंत्री जयवर्धन सिंह भी बाबा की भस्म आरती में शामिल होने उज्जैन पहुंचे।
मान्यता है कि सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इस दौरान महादेव को प्रसन्न करने के लिए तमाम तरह की गई साधनाएं सिद्ध होती हैं। इस पावन माह में भगवान शिव अपने भक्तों की सभी बाधाएं दूर करते हुए मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। कहते हैं अगर किसी जातक को किसी भी तरह का भय सता रहा हो या किसी शत्रु का डर हो तो उन्हें इस महीने में शिव जी को प्रसन्न कर लेना चाहिए। कहा जाता है अगर शिव जी प्रसन्न हो जाएं तो सभी तरह की समस्याओं का खात्मा हो जाता है। साथ ही साथ हर तरह के भय से छुटकारा मिलता है।