Ashadha Amavasya: आज किया गया ये उपाय करेगा पितरों को तृप्त और प्रसन्न
punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2024 - 06:48 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Ashadha Amavasya 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आषाढ़ अमावस्या को बहुत ही खास माना जाता है। आज के दिन खासतौर पर चंद्र देव और विधि-विधान से भगवान विष्णु के संग उनकी भार्या मां लक्ष्मी की पूजा होती है। आषाढ़ अमावस्या के दिन किया गया दान-पुण्य कभी भी विफल नहीं जाता बल्कि कई गुणा अधिक फल देता है। पितरों को खुश करने के लिए अमावस्या का दिन अन्य दिनों से बहुत अधिक मायने रखता है। अगर पितृ नाराज हो तो जीवन में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर अमावस्या तिथि पर कुछ उपाय कर लिए जाएं तो पितरों को खुश कर उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है। आप भी अपने नाराज पितरों को खुश करना चाहते हैं तो इन उपायों को करना न भूलें। तो आइए जानें कौन से हैं अचूक उपाय, जिन्हें आज के दिन जरुर करना चाहिए।
Ashadha Amavasya Upay: आषाढ़ अमावस्या पर करें यह उपाय, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति
अमरनाथ यात्रा: 5,696 यात्रियों का 7वां जत्था जम्मू बेस कैम्प से पवित्र गुफा के लिए रवाना
आज का पंचांग- 5 जुलाई, 2024
आज का राशिफल 5 जुलाई, 2024- सभी मूलांक वालों के लिए कैसा रहेगा
Tarot Card Rashifal (5th july): टैरो कार्ड्स से करें अपने भविष्य के दर्शन
लव राशिफल 5 जुलाई - रात बंजर सी है काले खंजर सी है
Ashadha Amavasya: आज है आषाढ़ मास की अमावस्या, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Remedies to please the ancestors पितरों को खुश करने के लिए उपाय
आज के दिन पितरों के नाम से दान जरूर देना चाहिए। ऐसा करने से नाराज पितृ जल्दी खुश होते हैं।
अगर कुंडली में पितृ दोष है तो अमावस्या के दिन हवन-यज्ञ जरूर कराना चाहिए।
जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पाने के लिए आज के दिन काली चींटियों को शक्कर मिला हुआ आटा खिलाएं।
पितरों की आत्मा को शांति देने के लिए स्नान करते समय पानी में काले तिल डालें और स्नान करें।
इसके बाद पितरों को तिलांजलि दें। आम के पेड़ के नीचे खड़े होकर तिलांजलि देना बहुत शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि ऐसा करते समय आपका मुख दक्षिण दिशा में हो।
Chant this mantra to please the ancestors पितरों को खुश करने के लिए जरूर करें इस मंत्र का जाप
ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।
ॐ देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च नमः स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:
ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्।
Special measures स्पेशल उपाय: पीपल पर कलावा बांधने से नाराज पितृ प्रसन्न हो जाते हैं और बांधने के बाद 108 बार परिक्रमा जरूर करें।