मोबाइल टावर से भी आती हैं रोजमर्रा के जीवन में विभिन्न प्रकार की परेशानियां

punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2015 - 02:38 PM (IST)

आधुनिक युग की सबसे बड़ी देन मोबाइल है जहां एक ओर मोबाईल के दिन-प्रतिदिन बढ़ते इस्तेमाल एवं बढ़ती संख्या के कारण मोबाइल कम्पनी अपने नेटवर्क को अच्छा करने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर नेटवर्क भी दिन-प्रतिदिन एडवांस होता जा रहा है। इसी बात को ध्यान रखते हुए हर मोबाइल कम्पनी को अपना नेटवर्क अच्छा करने के लिए जगह-जगह पर मोबाइल टावर लगाने पड़ रहे हैं। अच्छा नेटवर्क पाने के लिए कम्पनियों का प्रयास रहता है कि किसी बहुमंजिला भवन की छत पर ही मोबाईल टावर लगाया जाए। इसके लिए कम्पनियां भवन मालिकों को बहुत अच्छा किराया भी देती हैं।

मोबाइल टावर लगाने के लिए अपने भवन की छत किराए पर देते समय भवन मालिक को चाहिए कि वह वास्तु के सिद्धान्तों का पालन अवश्य करें। मोबाईल टावर और इस टावर के लिए उपयोग होने वाली मशीनें और डीजी सेट बहुत भारी होते हैं अतः इसका सबसे अच्छा वास्तुनुकूल स्थान भवन का नैऋत्य कोण होता है। यदि भवन के छोटा होने के कारण नैऋत्य कोण में जगह कम पड़े तो इन मशीनों को रखने के लिए दक्षिण या पश्चिम दिशा का भाग भी उपयोग में ले सकते हैं। नैऋत्य कोण के अलावा मोबाइल टावर को भवन की छत पर किसी ओर दिशा में स्थापित नहीं करना चाहिए फिर चाहे इसके लिए कितना ही किराया क्यों ना मिल रहा हो। जहां नैऋत्य कोण में टावर लगाना वास्तुनुकूल होता है वहीं किसी अन्य दिशा में लगाना वास्तुदोषपूर्ण होता है। नैऋत्य कोण के अलावा किसी अन्य दिशा या कोण में लगाने से भवन का वास्तु संतुलन बिगड़ जाता है जिससे वहां रहने वालों के रोजमर्रा के जीवन में विभिन्न प्रकार की परेशानियां आने लगती हैं।

- वास्तु गुरू कुलदीप सलूजा

thenebula2001@yahoo.co.in


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