दिल्लीवालों सावधान! उफान पर आई यमुना नदी, राजधानी पर मंडराया बाढ़ का खतरा, सरकार ने जारी किया अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 11:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है। नदी के इस रौद्र रुप के चलते राजधानी पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने का कारण हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जाना बताया जा रहा है। पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 205.52 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है।

अगले 48 घंटों मे स्थिति गंभीर होने की संभावना-

दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। अधिकारियों के मुताबिक हथिनीकुंड बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार सुबह 7 बजे 2,72,000 क्यूसेक पानी, 8 बजे 3,11,032 क्यूसेक और 9 बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह पानी अगले 48 घंटों में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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क्या 2023 की बाढ़ जैसे हालात फिर बनेंगे?

2023 में 11 जुलाई को हथिनीकुंड बैराज से 3.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसके कारण दिल्ली के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे। इस बार भी लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से 2023 जैसी स्थिति बनने की आशंका है। अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और सभी संबंधित एजेंसियों को संभावित बाढ़ से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

पिछले वर्षों में यमुना का जलस्तर

  • 1978: 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर पर पहुंचा।
  • 2010: 7,44,507 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, यमुना का जलस्तर 207.11 मीटर पर पहुंचा।
  • 2013: 8,06,464 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, यमुना का जलस्तर 207.32 मीटर पर पहुंचा।
  • 2023: 3,59,760 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर पर पहुंचा।

सरकार की तैयारी और चेतावनी

दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी का स्तर 204.5 मीटर है और खतरा 205.3 मीटर से शुरू होता है। निकासी का काम 206 मीटर के स्तर से शुरू होता है। सरकार ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मयूर विहार के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए टेंट लगाए हैं। केंद्रीय बाढ़ कक्ष के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। हथिनीकुंड और वजीराबाद बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली पहुंचने में लगभग 48 से 50 घंटे का समय लेता है। इसलिए, अगले दो दिनों में यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

 


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News Editor

Radhika

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