Gopal Rai Interview: गोपाल राय ने कहा- जनता हमारे साथ है, सरकार तो 'AAP' की बनेगी
punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2025 - 01:41 PM (IST)
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री, 'AAP' के सह सयोजक गोपाल एवं बाबरपुर से उम्मीदवार राय (Gopal Rai) ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की है। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...
सवाल- दिल्ली में चुनावी माहौल पूरी तरह से गरम हो गया है। उम्मीदें कैसी हैं और चुनौती किस तरह की हैं?
जवाब- विपरीत परिस्थितियों में भी जनता से जिन कामों को पूरा करने के लिए हमने वादा किया था, उसे पूरा किया। आज तसल्ली इस बात की है कि ऑपरेशन लोटस महाराष्ट्र में सफल हुआ, लेकिन दिल्ली में फेल हो गया। आज हमारे लीडर्स जेल के बाहर हैं। दो साल का जो तनाव था उसके बीच लोगों का जो प्यार मिल रहा है वह एक सुकून पैदा कर रहा है कि सत्ता कितनी भी ताकतवर हो। ईडी व सीबीआई का कितना भी जाल हो आम आदमी पार्टी ने उसे तोड़ा है और जो काम करने के लिए हम आए थे, उस काम को हम जारी रख पाए हैं। दिल्ली के लोगों के लिए और ज्यादा काम करने की तैयारी कर रही है दिल्ली सरकार।
सवाल- क्या कभी लगा कि जांच की आंच आपके पास भी आ सकती है?
जवाब- ऐसा आज भी हो सकता है। क्योंकि, उसका कोई प्रामाणिक आधार नहीं है। राजनीतिक लड़ाई है। राजनीतिक लड़ाई किसी भी तरह से आगे बढ़ सकती है। हमने टीमवर्क की तरह इस लड़ाई को लड़ा और दिल्ली के लोगों ने हमारा साथ भी दिया है। मेरे ख्याल से भारतीय राजनीति का एक नया अध्याय है। सारी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आज आम आदमी पार्टी पहले से ज्यादा मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है।
सवाल- एलजी और चीफ मिनिस्टर के बीच चलने वाले विवाद पर क्या कहेंगे?
जवाब- देखिए पहला प्वाईंट तो यह है कि सरकार निर्णय लेती है और इम्पलीमेंट ब्यूरोक्रेसी करती है। जब से अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का पावर सरकार से छीना गया, तब से सरकार को पैरालाइज करने का बुनियादी हमला हुआ है। अगर मुख्यमंत्री अपने एक चपरासी का भी ट्रांसफर करने का निर्णय नहीं ले सकता है तो फैसलों को लागू कैसे करवाएंगे। यह एक बड़ी चुनौती और बड़ा संकट हम लोगों के सामने हैं। ये तो आम आदमी पार्टी की सरकार है कि इतना सबकुछ होने के बाद भी वह काम काम रही है।
सवाल- आप ने केजरीवाल के साथ काम किया और अब आतिशी के साथ काम कर रहे हैं, क्या कुछ अलग पाते हैं?
जवाब- कुछ अलग नहीं है। हम एक टीम की तरह काम करते हैं। इस पार्टी की खूबसूरती यही है और इसलिए हम इतने बड़े संकट से बाहर आ पाए कि मुख्यमंत्री के तौर जो काम होता है हम मिलकर करते हैं। पार्टी का काम होता है, उसे भी हमसब मिलकर करते हैं। पहले अरविंद केजरीवाल हमारी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं, वे मुख्यमंत्री भी थे। डायरेक्ट हम लोग मिलकर निर्णय लेते थे। अब हमें उनका मार्गदर्शन मिलता रहता है।
सवाल- आप महिलाओं को प्रतिमाह 2100 रुपए देने का वादा कर रहे हैं। इसको लेकर बजट का कुछ अनुमान लगाया गया है?
जवाब- दिल्ली में 30 हजार करोड़ का बजट था, उसको हमने 60 हजार करोड़ किया है। हमें पता है कि कैसे लोगों को सुविधा देनी है। कितना देना है और फिर बजट को मुनाफे में रखना है। हमें तो करना है हम सारा केलकुलेट करके कर रहे हैं। महिला सम्मान राशि योजना की पूरी डिटेल आने के बाद यह सामने आएगा कि इस पर कितना बजट लगेगा। लेकिन, हमने जो अभी केलकुलेट किया है, उसके हिसाब से दिल्ली का जो बजट बनेगा, उसमें हम इस योजना को पूरा कर लेंगे।
सवाल- विपक्ष आरोप लगा रहा है कि आपने पंजाब में जो वादा किया है उसे पूरा नहीं किया। खासतौर पर महिलाओं को पैसा देने का जो वादा है वह पूरा नहीं किया?
जवाब- पंजाब की जो आर्थिक स्थिति थी, उसे हम ठीक कर रहे हैं। वहां की आप सरकार एक-एक करके वादे पूरे कर रही है। जितने भी वादे किए गए हैं वहां की सरकार पूरा करेगी। जहां तक दिल्ली की बात है दिल्ली का चुनाव हो रहा है, दिल्ली के अंदर जो वादे हमने किए, उससे हमने ज्यादा काम किए हैं।
सवाल- आम आदमी पार्टी का बिजली व पानी को लेकर किया गया काम और एजुकेशन पर किया काम, दोनों में किसे ज्यादा महत्व देंगे।
जवाब- एजुकेशन का अलग महत्व है और बिजली-पानी का अलग महत्व है। एजुकेशन से बच्चों का भविष्य बन रहा है। पूरे समाज में एक क्रांति हो रही है। हर गरीब परिवार जिसने मान लिया था कि उसके पास पैसा नहीं है तो उसके बच्चे का भविष्य खत्म है, लेकिन आज उनके बच्चों को शिक्षा मिल रही है तो दोनों का महत्व है। शिक्षा मेें जो बदलाव है वह एक नई पीढ़ी एक नया मॉडल खड़ा कर रहा है और यह भरोसा दे रहा है कि देश में आज भी कोई बदलाव करना चाहे तो बदलाव हो सकता है।
सवाल- इस बार आम आदमी पार्टी दिल्ली के मतदाताओं को और क्या नया देने जा रही है?
जवाब- देखिए अभी पूरी गारंटी आएंगी, लेकिन अभी हम एक-एक करके जो फोकस किया है कि महिलाओं को मजबूती देना अभी जरूरी है क्योंकि परिवार की जो बुनियाद है वह महिला है। एक बच्चे को अगर किसी चीज की जरूरत होती है। पैसा पिता देता है, लेकिन वह मांगने मां के पास जाता है तो उसके लिए हमने महिला सम्मान योजना की घोषणा की है। बुजुर्गों के लिए हमने संजीवनी योजना की घोषणा की है। यह एक बड़ी बात है। हमने देखा है कि गरीब परिवार हो या अमीर परिवार, पहले मैं अमीर परिवार की बात करता हूं, जिनके पास बड़े-बड़े बैंक बैलेंस हैं, लेकिन 60 साल की उम्र के बाद एक टेंशन बीमारी की होती है। परिवार से आवाज आने लगती है कि 24 घंटे आप बीमार रहते हो हम क्या करें घर परिवार चलाएं या आपको देंखें। यह सब प्रेशर में होता है। इसी कारण हम संजीवनी योजना लेकर आए हैं, जिसमें 60 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों का नि:शुल्क इलाज होगा। इलाज पर कितना भी खर्च क्यों न हो, सब खर्च दिल्ली सरकार वहन करेगी।
सवाल- आपने बातचीत में आम आदमी पार्टी की अच्छाई बता दी। भाजपा की सबसे अच्छी बात क्या लगती है और सबसे खराब बात क्या लगती है?
जवाब- आज की तारीख में भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में नेता विहिन है। उनके पास नीयत भी नहीं है। नीतियां बना नहीं पाते हैं और कनफ्यूज रहते हैं। उनको समझ में नहीं आ रहा है कि अरविंद केजरीवाल की सुविधा देने वाली राजनीति की तरफ जाएं या पीएम मोदी ने जो स्टैंड ले रखा है कि फ्री का सब कुछ देना देशद्रोह है, उस तरफ जाएं। आधे नेता उधर हैं आधे नेता इधर हैं। नीयत होती तो दिल्ली वाले जो भाजपा के सात के सात सांसद लगातार जिताकर भेज रहे हैं तो वे सांसद इनके लिए कुछ तो करते। एक कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उन्होंने ली है, वह भी संभलती नहीं। हम तो कहते हैं कि एनडीएमसी वाला एरिया छोड़कर बाकी दिल्ली की पुलिस हमें दे दो, हम संभाल लेंगे। गृहमंत्री को दिल्ली की कानून व्यवस्था के लिए बिल्कुल फुर्सत नहीं है। लावारिस चल रही है दिल्ली। पिछले 6 महीने से दिल्ली में हाहाकार मचा हुआ है कहीं छिनैती हो रही है, कहीं गोली चल रही है और कहीं पर किडनैपिंग हो रही है।
सवाल- कांग्रेस के बारे में आपका क्या ख्याल है। वह भी पूरे जोश के साथ चुनाव लड़ने जा रही है?
जवाब- लोकसभा चुनाव और दिल्ली विधानसभा चुनाव हों, दिल्ली के लोगों का एक ऐसा मिजाज हम तीन बार से देख रहे हैं वे एकदम 30 डिग्री बदलते हैं। पहला चुनाव हमने देखा, जिसमें लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वोट देते हैं और विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े होते हैं। कांग्रेस भी कोशिश करती रही है और बीजेपी भी कोशिश करती रही है। सरकार किसकी बनेगी, जब यह बात आती है तो मैंने अभी कांग्रेस के किसी नेता के जुबान से नहीं सुना कि दिल्ली में हमारी सरकार बन रही है तो सरकार बनाने के रेस से कांग्रेस बहुत दूर है।
सवाल- विपक्ष का आरोप रहता है कि दिल्ली सरकार ना तो युमना साफ कर पाई और ना ही प्रदूषण कम किया जा सका?
जवाब- ऐसा नहीं है बहुत सुधार हुआ है। आप चेक करा लीजिएगा। 2016 में दिल्ली के 365 दिनों में ‘अच्छे’ दिनों की संख्या 109 थी। 2024 हवाओं के अच्छे दिनों की संख्या 209 हुई है। 2023 में 206 थी। इसमें मौसम तथा सरकारी प्रयासों, दोनों का योगदान है। दो-तीन क्रांतिकारी बदलाव हमने किए, पहला परिवहन व्यवस्था में बदलाव किया। दिल्ली पहला राज्य है जहां सड़कों पर दो हजार इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। दूसरा हमारी ई-पालिसी की वजह से 16 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हो रही है। इस तरह से गाड़ियों के प्रदूषण को हमने कम किया है। दिल्ली में 24 घंटे बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल होने से दिल्ली में जनरेटर बंद हुआ और उसके धुएं से होने वाला प्रदूषण खत्म हुआ। तीसरा काम जो हमने किया वह दिल्ली में फ्यूल आधारित उद्योगों को बंद कराया और उनको गैस आधारित बनवाया। दिल्ली में ग्रीन बेल्ट को 20 प्रतिशत से 23 प्रतिशत किया गया है। हमने चार साल में दो करोड़ पेड़-पौधे लगाए हैं। जहां तक यमुना की बात है तो अगर अरविंद केजरीवाल को जेल में नहीं डाला गया होता तो इस पर भी काम अच्छे से होता। इस मामले में हमने सारा खाका तैयार किया है। दिल्ली में दो जगह से गंदा पानी आता है। एक नजफगढ़ ड्रेन से आता है दूसरा शाहदरा ड्रेन से आता है। नजफगढ़ ड्रेन में दिल्ली के जितने भी अनधिकृत कॉलोनियों का मल आता था सबको हमने सीवर में कर दिया है। सीवर को ट्रीटमेंट करने का सारा प्लान चेकआउट कर रखा है। अगर दो साल हमें डिस्टर्ब नहीं किया होता तो शायद यमुना सफाई का 70 से 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया होता।
सवाल- धूल कचरा जगह-जगह फैला हुआ है, नगर निगम द्वारा सफाई क्यों नहीं हो रही?
जवाब- नगर निगम द्वारा काम किया जा रहा है और गली-गली सफाई हो रही है। पूरी तरह से हो रही है। कूड़े के पहाड़ की समस्या है, उसमें भी कमी आई है। अगले साल तक और सुधार होगा।
सवाल- भारतीय राजनीति में शायद पहली बार हुआ कि दो सीटिंग चीफ मिनिस्टर को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल हुई। झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन और दिल्ली में केजरीवाल। चुनाव हुआ तो सोरेन ज्यादा मार्जन से जीत कर सामने आए। अब दिल्ली की बारी है, क्या लग रहा है?
जवाब- इस बार पहले से ज्यादा मिलेगा समर्थन...
दिल्ली में जब हमारी सरकार बनी तो इस बात को लेकर लंबे समय तक यह टकराव रहा कि चुनी हुई सरकार के पास फैसले लेने, काम करने का अधिकार होना चाहिए या कि जो सलेक्टेड लेफ्टीनेंट गर्वनर हैं उनके पास होना चाहिए। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। सुप्रीम कोर्ट में पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने यह फैसला किया कि दूसरे राज्य की तरह दिल्ली में भी चुनी हुई सरकार को अधिकार है और निर्णय लेने का हक है। वह निर्णय ले और काम करे। तीन चीजों को छोडक़र लैंड, पुलिस और पब्लिक आर्डर। लेकिन, जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने संविधान पीठ के फैसले को पलटा, पहले आर्डनेंस लाकर उसे खत्म किया फिर कानून बनाया तो इन सारी चीजों के बाद जनता असहाय महसूस करती रही। अब हम क्या कर सकते हैं। इतना ही नहीं एक-एक करके हमारे नेताओं जेल में डाला। जनता कुछ नहीं कर सकती थी। बीजेपी के लीडर एक ही बात कहते थे कि कुछ किया नहीं है तो बेल क्यों नहीं मिल रही, अब सबको कोर्ट से बेल मिल गई। सब लोग जेल के बाहर हैं। आज तक कोई सबूत एजेंसी नहीं रख पाई कोर्ट में। इन सारी चीजों का दिल्ली के लोगों को जनमानस पर असर है। मुझे लगता है कि दिल्ली की जनता पिछली बार से ज्यादा इस बार अपना समर्थन आम आदमी पार्टी को देगी।
सवाल- पंजाब में 60 प्रतिशत कम हुआ पराली का जलना
जवाब- पंजाब में पराली जलाने की समस्या थी, लेकिन इस साल से पंजाब में पराली जलाने के मामले लगभग 60 प्रतिशत कम हुए हैं। इसे कम करने के लिए कोशिश जारी है। पिछले पांच साल से मैं देख रहा हूं कि 14 अक्तूबर तक दिल्ली का एक्यूआई 200 से नीचे होता है। 15 अक्तूबर से मीटर डाउन होता है बारिश बंद होती है। दिल्ली ही नहीं पूरे एनसीआर की जो भौगोलिक स्थिति है, उसमें स्मॉग बनता है। स्माग बनते ही प्रदूषण कण नीचे आता है, जिसे हवा या बारिश ही खत्म कर सकती है। हमारी कोशिश रहती है कि इसे खत्म किया जाए। इस बार हमने काफी कोशिश की है।