चीन का नए हथियार से दुनियाभर में मची खलबली, बिना परमाणु विस्फोट के ही मचाएगा जबरदस्त तबाही
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 10:51 AM (IST)

नेशनल डेस्क: चीन ने हाल ही में एक ऐसा खतरनाक हथियार तैयार किया है जिसने पूरी दुनिया की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। यह कोई परमाणु बम नहीं है, लेकिन इसकी ताकत और विनाशक क्षमता किसी परमाणु हथियार से कम नहीं मानी जा रही। खास बात ये है कि यह तकनीक हाइड्रोजन पर आधारित है, मगर पारंपरिक हाइड्रोजन बम की तरह फ्यूज़न नहीं करती बल्कि एक खास रासायनिक प्रक्रिया से विनाश फैलाती है। इस हथियार को चीन की स्टेट शिपबिल्डिंग कॉर्पोरेशन (CSSC) ने तैयार किया है। CSSC ने हाल ही में इस तकनीक का सफल परीक्षण किया है जिसमें मुख्य रूप से मैग्नीशियम हाइड्राइड (Magnesium Hydride) का इस्तेमाल किया गया है। यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी रेडिएशन या न्यूक्लियर ब्लास्ट के केवल एक रासायनिक प्रतिक्रिया पर आधारित है।
कैसे काम करता है यह नया हथियार?
यह डिवाइस दिखने में भले ही छोटा हो, लेकिन इसका असर किसी बम से कम नहीं है। इसका वजन मात्र 2 किलोग्राम है और जब इसे सामान्य विस्फोटक से ट्रिगर किया जाता है तो मैग्नीशियम हाइड्राइड बहुत तेजी से गर्म होता है और हाइड्रोजन गैस छोड़ता है। यह गैस हवा में मिलते ही 1000 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर जलने लगती है। परिणामस्वरूप, एक जलती हुई दीवार जैसी स्थिति बन जाती है जो पारंपरिक TNT से कई गुना अधिक नुकसान पहुंचाती है।
वैज्ञानिकों की नजर में कितना खतरनाक है ये?
CSSC में कार्यरत वैज्ञानिक वांग शुएफेंग के मुताबिक, "हाइड्रोजन गैस बहुत कम ऊर्जा में सुलग जाती है, इसका विस्फोट क्षेत्र बड़ा होता है और यह बहुत तेजी से फैलती है।" इसी कारण यह तकनीक इतनी खतरनाक मानी जा रही है। यह इतनी गर्म होती है कि एल्यूमिनियम अलॉय जैसे मजबूत धातु को भी पिघला सकती है।
परीक्षण में क्या सामने आया?
इस डिवाइस को जब वास्तविक परीक्षण में इस्तेमाल किया गया तो यह मात्र 2 मीटर की दूरी पर 428.43 किलोपास्कल (kPa) तक का ओवरप्रेशर उत्पन्न कर सकता था। यह पारंपरिक TNT विस्फोटक के मुकाबले लगभग 40% अधिक प्रभाव दर्शाता है। मगर इसका असली प्रभाव इसकी लगातार जलने वाली गर्मी में है। यह डिवाइस लगातार दो सेकंड तक अत्यधिक तापमान पर जलता है, जिससे एक बड़े क्षेत्र में ज्यादा नुकसान संभव है। इस वजह से यह हथियार उन ठिकानों को निशाना बनाने में बेहद उपयोगी है जहां पावर ग्रिड, संचार व्यवस्था या सैन्य सड़क नेटवर्क स्थित हो।
क्या है मैग्नीशियम हाइड्राइड और चीन ने इसे कैसे बनाया?
मैग्नीशियम हाइड्राइड एक अत्यधिक प्रतिक्रियाशील रासायनिक पदार्थ है जिसे अब तक बहुत सीमित मात्रा में ही तैयार किया जाता था। लेकिन अब चीन ने शांक्सी प्रांत में एक अत्याधुनिक प्लांट शुरू किया है जो हर साल 150 टन मैग्नीशियम हाइड्राइड बना सकता है। यह सब संभव हुआ है डालियान इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल फिजिक्स की नई "वन-पॉट सिंथेसिस" तकनीक की वजह से जो इसे सस्ता, सुरक्षित और औद्योगिक रूप से तैयार करने योग्य बनाती है। खास बात ये है कि अब इस पदार्थ का उपयोग केवल हथियारों में नहीं, बल्कि सबमरीन के फ्यूल सेल्स और लंबे समय तक उड़ने वाले ड्रोन्स में भी हो रहा है।
चीन का सैन्य आधुनिकीकरण और युद्ध की नई दिशा
यह परीक्षण उस समय हुआ है जब चीन और ताइवान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। अमेरिका द्वारा ताइवान को मिल रहे सैन्य समर्थन के जवाब में चीन अपनी सैन्य तकनीकों को नए स्तर पर ले जा रहा है। अब वह पारंपरिक हथियारों से हटकर ‘क्लीन एनर्जी’ आधारित विनाशक तकनीक विकसित कर रहा है। हाल ही में चीन ने अपने युद्धपोतों में इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम जोड़ा है और 2023 में दुनिया का पहला मीथेन-ईंधन रॉकेट भी लॉन्च किया था। अब यह हाइड्रोजन आधारित विस्फोटक तकनीक भविष्य के युद्धों को नई दिशा दे सकती है।