जगह प्रशासन की, पैसे खर्चेगा निगम

punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2016 - 11:28 AM (IST)

चंडीगढ़, (राय): नगर निगम सैक्टर-7 में लगने वाले कार बाजार को हल्लोमाजरा में शिफ्ट करने जा रहा है। जिस जगह पर यह कार बाजार शिफ्ट किया जा रहा है वो जगह निगम की नहीं, बल्कि प्रशासन की है। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि पहले निगम यह जगह अपने पास ले उसके बाद ही यहां कार बाजार को शिफ्ट करने के लिए पैसे खर्चे। कांग्रेसी पार्षद एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला ने कहा कि कार बाजार को लेकर स्वयं मेयर अरुण सूद असमंजस में हैं। उनका कहना था कि पहले निगम कार बाजार को लेकर कोई ठोस नीति बनाए। उसके बाद प्रशासन से हल्लोमाजरा में प्रस्तावित भूमि निगम को हस्तांतरित करवाई जाए, उसके बाद ही वहां कार बाजार स्थापित हो। उनका कहना था कि आज तो प्रशासन निगम को भूमि दे रहा है पर भविष्य में जब प्रशासन में फेरबदल होता है व निगम से भूमि वापस ले ली जाती है तो फिर कार बाजार का क्या होगा? मेयर को यह सदन में स्पष्ट करना होगा।
 
सुझाव: नवनिर्मित मल्टीलैवल पार्किंग में रविवार को लगे कार बाजार   
मनोनीत पार्षद सुरिंद्र बग्गा ने निगम सदन की बैठक में सुझाव दिया था कि सैक्टर-17 में नवनिर्मित मल्टीलैवल पार्किंग में रविवार को कार बाजार लगाया जाए क्योंकि रविवार को वहां वाहनों की अधिक भीड़ नहीं होगी। सूत्रों के अनुसार इन सब सुझावों से पहले ही निगम अधिकारी हल्लोमाजरा का चयन कर चुके थे व इसके लिए उन्होंने प्रशासन को भी विश्वास में ले लिया था। अत: अब डीलरों का भी यही कहना है कि स्थान चयन करने से पहले उन्हें भी विश्वास में लिया जाना चाहिए था। पिछले कल निगम ने हल्लोमाजरा में कार बाजार स्थापित करने के लिए निविदाएं भी आमंत्रित कर ली हैं। निगम अधिकारियों का कहना है कि काम अलॉट होने के बाद कुछ माह में ही कार बाजार हल्लोमाजरा शिफ्ट कर दिया जाएगा।
 
प्रशासन की भूमि पर निगम के पैसे खर्च करने के विरुद्ध है : चावला 
चावला का कहना था कि कांग्रेस प्रशासन की भूमि पर निगम के पैसे खर्च करने के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले भी प्रशासन ने औद्योगिक क्षेत्र के लिए अपनाई कन्वर्जन नीति के तहत सॢवस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए निगम से औद्योगिक क्षेत्र की सड़कों की मुरम्मत इस आश्वासन पर करवाई कि उस पर खर्च होने वाली राशि निगम को लौटा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बाद में उक्त नीति से मिले लाभांश को प्रशासन को केंद्र सरकार के खजाने में जमा करवाना पड़ा व निगम ने जो 11 करोड़ रुपए खर्च किए वह आज तक नहीं मिले। उनका कहना था कि इसी लिए कांग्रेस चाहती है कि पहले हल्लोमाजरा की भूमि निगम के नाम की जाए।
 
सवाल: क्या प्रशासन खर्च राशि को करेगा वापस 
चावला ने मेयर से पूछा है कि उक्त भूमि पर जब निगम कार बाजार बनाने के लिए इमारत का निर्माण करेगा तो उस पर खर्च की गई राशि को प्रशासन नगर निगम को वापस करेगा। उल्लेखनीय है कि सैक्टर-7 के कार बाजार विक्रेताओं के विरोध के बावजूद नगर निगम सदन की बैठक में सैक्टर-7 मध्य मार्ग पर लगने वाले संडे कार बाजार को हल्लोमाजरा में शिफ्ट करने का निर्णय ले लिया गया था। जिस जगह पर कार बाजार को शिफ्ट किया जा रहा है वह जमीन प्रशासन की है। नगर निगम ने यहां पर कार बाजार शिफ्ट करने के लिए जरूरी व्यवस्था करने के लिए 1.49 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पास किया है। जिस जमीन पर कार बाजार शिफ्ट करने का फैसला किया गया है उस पर प्रशासन द्वारा एक बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष कार बाजार की संशोधित नीति के तहत निगम ने सैक्टर-7 के कारबाजार की 60 साइटों की नीलामी की थी व उससे कुल 3.58 करोड़ का राजस्व भी कमाया था। इसके बावजूद हाईकोर्ट के आदेशों व वहां के दुकानदारों के विरोध को देखते हुए हर रविवार को लगने वाले कार बाजार के लिए निगम ने वैकल्पिक स्थल की तलाश शुरू कर दी थी। निगम ने वर्षों से चल रहे कार बाजार की साइटों की नीलामी इसी उद्देश्य से की थी कि वहां अव्यवस्था न रहे व वहां के शोरूमों के मालिकों को भी परेशानी न हो। साइटों को ऊंचे दामों पर नीलाम करने के बाद निगम यहां व्यवस्था करना ही भूल गया।

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