लोगों को भी बनना होगा स्मार्ट, सरकार को समझना होगा : बदनौर

punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2017 - 07:53 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : देश में गांव के लोग शहर की तरफ बढ़ रहे हैं, इससे शहरों में बोझ बढ़ता जा रहा है। इसी को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट शुरू किया है, ताकि शहर में इतनी सुविधाएं दी जा सकें कि वर्तमान समस्याओं के हल के साथ ही भविष्य में भी कोई दिक्कत न हो। 

 

यह बात पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने स्मार्ट सिटी कांफ्रैंस के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि किसी वक्त देश में गांव व शहर का 80-20 का रैशो होता था, जो अब बढ़कर 30 या 40-60 तक पहुंच गया है। इसी के मद्देनजर शहरों में बढ़ रहे अतिरिक्त बोझ को कम करने के लिए सुविधाएं मुहैया करवाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने इसी जरूरत को समझा है और इसी काम में लगे हैं और इसे स्मार्ट सिटी का नाम दे दिया है। 

 

उन्होंने कहा कि सिंगापुर को एक छोटी सिटी से लेकर आज स्मार्टेस्ट सिटी की तरफ विकसित करना बड़ा काम है, लेकिन वह यहां भी किया जा सकता है। इसके लिए सभी को आगे आना पड़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर डिवैल्पमैंट करना इसमें से एक है। उन्होंने कहा कि अगर वहां कोई गाड़ी खरीदता है उससे पहले उसे रजिस्टर्ड करवाना पड़ता है और गाड़ी खरीदने की परमिशन लेनी पड़ती है, जैसे यहां गाड़ी चलाने के लिए हमें परमिशन लेनी पड़ती है। 

 

उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले अगर देश में लागू होंगे तो उसके लिए लोगों को भी स्मार्ट होना होगा और सरकार को समझना होगा। तभी जाकर स्मार्ट सिटी का सपना पूरा होगा। उन्होंने स्मार्ट सिटी को लेकर पेश आ रही कई समस्याओं पर भी विचार रखा, जिसमें कि एजुकेशन, मैडीकल व लॉ एंड आर्डर जैसे समस्याएं प्रमुख है। 

 

पार्किंग समस्या का हल निकाला जा रहा :
स्मार्ट सिटी कॉनक्लेव में मेयर आशा जसवाल ने अपील करते हुए कहा कि शहर का वैल्फेयर जहां भी हो सभी को एकजुट होकर आगे आना चाहिए। मेयर के मुताबिक शहर में पार्किंग एक समस्या है, जिसका निगम और प्रशासन मिलकर हल निकाल रहे हैं। उनका यह भी कहना था कि निगम पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर भी लोगों को शिक्षित कर रहा है। 

 

मेयर के मुताबिक दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक के दौरान शहर की योजनाओं के विकास को लेकर चर्चा हुई। कांफ्रैंस में यूबर के जनरल मैनेजर नीतिश भूषण, ईलेट्स टैक्नोमीडिया के सी.ई.ओ. डॉ. रवि गुप्ता, एंबेसी ऑफ नेपाल के मिनिस्टर इकनोमिक कृष्ण हरि पुष्कर फ्रांस डिवैल्पमैंट एजैंसी के रीजनल डायरैक्टर निकोलस फोरनेज, एशियन डेवलपमैंट बैंक की नैशनल आई.सी.टी. एक्सपर्ट हर्षिता भटनागर व अन्य एक्सपर्ट ने भी अपने विचार रखे। 


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