2 साल में 1 लाख किलोमीटर से ज्यादा साइकिल चलाकर बनाया रिकार्ड

punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2024 - 01:43 AM (IST)

2 साल में 1 लाख किलोमीटर से ज्यादा साइकिल चलाकर बनाया रिकार्ड

आज वर्ल्ड साइकिल डे पर विशेष


चंडीगढ़ : उम्र 54 साल, जुनून साइकिल चलाना, जोश युवाओं जैसा, नाम है रूपेश कुमार बाली, लक्ष्य सोशल मीडिया की दुनिया में खोए युवाओं को अपनी फिटनैस के लिए कुछ वक्त निकालने के लिए प्रेरित करना। ट्राईसिटी की सड़कों पर तो ये आम आपको पैडल मारते दिख जाएंगे। भीषण गर्मी हो या कंपकंपाती ठंड, तूफान हो या बारिश या चाहे ओले पड़ रहे हों, दिन हो या रात कभी भी इनकी साइकिल का पहिया नहीं थमा। हादसे में फ्रैक्चर हुआ, स्नैचिंग की को​शिश हुई, साइकिल भी चोरी हो गई मगर फिर भी अपने रोज 100 किलोमीटर के लक्ष्य से नहीं चूके। साईकिलिंग तो हालांकि बचपन से ही शुरू कर दी थी मगर रोज 100 किलाेमीटर से ज्यादा साइकिल चलाने का सिलसिला शुरू हुए 2 साल पूरे हो चुके हैं। कहते हैं साइकिलिंग मेरी जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। शौकिया साईकिलिंग शुरू की थी, कब ये जुनून में बदल गई मुझे भी पता न लगा। 10 मई 2022 से सैंचुरी लगानी शुरू की थी यानी रोज 100 किलोमीटर साइकिलिंग। अ​धिकतर दैनिक कार्यों के लिए साइकिल का ही प्रयोग करता हूं। बाली ने 2 साल में एक लाख किलोमीटर से ज्यादा की दूरी साइकिल पर तय कर एक दुर्लभ उपलब्धि भी हासिल कर ली है।


एस.आर. का सिक्सर लगा चुके
जीरकपुर निवासी रुपेश कुमार बाली 6 सुपर रैंडनयोर (एस.आर.) के टाइटल हासिल कर चुके हैं। एयरफोर्स से रिटायर हैं, मगर फौजी वाला अनुशासन आज भी कायम है। फिटनैस को लेकर इतने फिक्रमंद हैं कि 17 साल एयरफोर्स में रहे तो 12 साल तक बॉडी बिल्डिंग की। अब साइकिल के सहारे खुद को सेहत को तो सुधार ही रहे हैं साथ ही युवाओं को साइकिलिंग के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। ट्राईसिटी ही नहीं पंजाब के कई स्कूलों में बच्चों को साइकिल चलाने के लिए अवेयर कर चुके हैं। साईकि​लिंग की कई प्रतियोगिताओं में देशभर में पंजाब का नाम रोशन कर चुके हैं। एक इंटरनैशनल वर्चुअल इवैंट में भी भाग ले चुके हैं, जिसमें 11 देशों के हजारों साइकिलिस्टों ने भाग लिया। देश से भी काफी लोग थे। बाली की उसमें इंटरनैशनल रैंकिंग 12 रही, लेकिन अपने देश में वे अव्वल रहे थे। 


पिता रोल मॉडल, दोस्त गुरु और पत्नी 
कहते ​हैं पिता जी मेरे रोल मॉडल हैं। साइकिल पर ड्यूटी जाते थे। भले ही वह इस समय कई बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसके बावजूद रोज मुझसे पूरी दिनचर्या पर रोज रात को बात करते हैं। वही मेरी हिम्मत हैं। परिवार की सपोर्ट के बगैर यह संभव नहीं, पत्नी साक्षी बाली हर कदम पर वह साथ देती हैं। घर तो उन्होंने ही संभाल रखा है। साइ​किलिस्ट गौतम लाल को अपना गुरु मानता हूं और वह बताते हैं कि जब भी एस.आर. करने जाता हूं तो उनसे टिप्स जरूर लेता हूंं। कहते हैं घर से चारों दिशाओं में यह तक जहन में छप चुका है कि कहां 100 किलोमीटर पूरे हो जाएंगे। 


साइकिल से करेंगे अयोध्या यात्रा, पर्यावरण बचाओ का देंगे संदेश
रुपेश कुमार बाली 5 जून को पर्यावरण दिवस पर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। कहते ​हैं कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने रामलला के दर्शन के लिए साईकिल पर जाने की इच्छा प्रबल थी मगर मैंने कटते पेड़ाें और ग्लोबल वा​र्मिंग के कारण बदलते मौसम की वजह से पर्यावरण दिवस पर साइकिल यात्रा शुरू करने की ठानी। यात्रा के दौरान वह फिटनैस के साथ-साथ पर्यावरण बचाओ का भी संदेश देंगे।

 


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News Editor

Ashwani Kumar

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