बच्चों के सीखने के स्तर में आए सुधार से तय होगी अध्यापकों की तरक्की

punjabkesari.in Saturday, Nov 18, 2017 - 10:37 AM (IST)

मोहाली(नियामियां) : पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों की कारगुजारी की सालाना रिपोर्ट लिखते समय अब से ‘पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब’ प्रोजैक्ट के अंतर्गत बच्चों के सीखने के स्तर में आए सुधार को मद्देनजर रखते हुए की जाने वाली जांच के आधार पर अंक जुड़ा करेंगे। 

 

यह जानकारी देते हुए आज यहां शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पहले सरकारी प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों की ए.सी.आर. में प्राइमरी और अपर-प्राइमरी अध्यापकों की कारगुजारी बच्चों की पास प्रतिशतता पर आधारित थी जो कि आर.टी.ई. एक्ट अनुसार पहली से 8वीं तक कोई भी बच्चा फैल नहीं किया जाता था। 

 

शिक्षा विभाग ने पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब प्रोजैक्ट के अंतर्गत की जांच से कारगुजारी की रफ्तार के नतीजे सामने आने से प्रगति के लिए अध्यापकों की जिम्मेदारी तय करने में समस्या न आए। इसलिए इस बार पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब के अंतर्गत अलग-अलग कक्षा के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना लाजिमी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले बच्चे को फेल न करने की सूरत में 1 प्रतिशत नतीजा ही सामने आता था। 

 

परन्तु अब शिक्षा विभाग में प्राइमरी और अपर-प्राइमरी स्तर पर ‘पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब’ प्रोजैक्ट के अंतर्गत बच्चों के सीखने स्तर की जांच अलग-अलग अकादमिक और सह-अकादमिक क्रियाओं अनुसार की जाती है। उन्होंने बताया कि इसके साथ अध्यापकों की कारगुजारी की जहां जिम्मेदारी तय होगी वहीं नतीजों को बेहतर बनाने और सालाना गुप्त रिपोर्ट में दर्ज अंकों को बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों के सीखने स्तर की तरफ भी विशेष ध्यान देना पड़ेगा। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News