चंडीगढ़ में पी.जी. अब नहीं ईजी

punjabkesari.in Friday, Feb 28, 2020 - 11:17 AM (IST)

चंडीगढ़ (आकृति) : चंडीगढ़ के कई सैक्टरों में लोगों ने पी.जी. खोले हुए हैं और यहां स्टूडैंट्स  को लूटा जाता है। सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं, मगर रैंट 8 हजार से शुरू हो जाता है। अभी भले ही प्रशासन लगातार शहर के पी.जी. में चैकिंग कर रहा है और अवैध पी.जी. को नोटिस दे रहा है, मगर अभी शहर में सैकड़ों ऐसे पी.जी. हैं, जो अवैध तौर पर चल रहे हैं। वहीं कई लोग तो पी.जी. देने से ही साफ तौर मना कर रहे हैं तो कई कार्रवाई के डर से पी.जी. खाली करवा रहे हैं। वीरवार को पंजाब केसरी ने शहर के सैक्टर-15 और 22 में पी.जी. में जाकर रियलिटी चैक किया। पी.जी. में अग्निकांड की घटना के बाद पी.जी. मालिकों में कार्रवाई का डर बन गया है। सैक्टर-22 में कई लोगों ने तो पी.जी. होने के बावजूद जवाब दिया कि हम पी.जी. नहीं चलाते। 

 

केस -21 
टीन की छत, किराया 6000 प्रति स्टूडैंट

सैक्टर-22 के मकान नंबर 1938 में आंगन में दो कमरे बने थे, छत टीन की है। उनमें  किराया 6000 रुपए प्रति स्टूडैंट बताया गया। वहीं साइड में मकान मालिक ने पी.जी. में रहे रहे स्टूडैंट्स के लिए किचन भी बनाई हुई थी।

 

केस -2 
कमरे में 4 लड़कियां, दीवारों में सीलन, झड़ रहा पेंट

सैक्टर-15 के मकान नंबर 25 में जब पी.जी. के लिए पूछा तो सवाल हुआ कि आप करते क्या हो? पी.जी. का किराया 8 हजार रुपए प्रति माह है और 6 तारीख को रैंट मिलना चाहिए। जब रूम देखा तो दीवारों में सिलन  इतनी थी कि पेंट झड़ रहा था। यह बताया गया कि एक रूम में चार लड़कियां रहती हैं। इनके साथ आपको रहना होगा। रूम के अंदर एक कूलर रखा था, जो कि कंडम स्थिति में था।

 

केस -3 
एक बाथरूम, 3 लड़कियांं, पी.जी. किराया 9000 

सैक्टर-15 के 54 नंबर मकान में रूम रैंट 9000  रुपए बताया। यह बताया गया कि तीन लड़कियां रूम शेयर करेंगी। एक ही बाथरूम था, जो दूसरे कमरों में रह रही लड़कियों से भी शेयर किया जा रहा था।

 


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pooja verma

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