स्कूल में लगा मोबाइल टावर, बच्चों की सेहत खतरे में
punjabkesari.in Tuesday, Jan 23, 2018 - 10:17 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : मोबाइल टावर के रेडिएशन से हैल्थ को होने वाले दुष्प्रभावों के मद्देनजर हाईकोर्ट ने भले ही कई बार कड़ी टिप्पणी कर इन्हें आबादी से दूर लगाने के निर्देश दिए हों, लेकिन शहर के एक सरकारी स्कूल में इन आदेशों कोई असर नहीं दिख रहा है। मामला सैक्टर-49 स्थित गवर्नमैंट मॉडल हाई स्कूल का है। स्कूल में मोबाइल टावर जस का तस ही लगा है।
हालांकि कई बार अभिभावकों ने इस बारे में स्कूल प्रशासन को शिकायत दी पर फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बता दें कि यह टावर स्कूल भवन बनने के बाद लगाया गया है। जबकि मोबाइल टावर नीति के अनुसार किसी भी स्कूल-कालेज के आसपास मोबाइल टावर लगाना गैर-कानूनी है।
मोबाइल टावर के आसपास अन्य भी स्कूल और रिहायशी इलाका है, जिस कारण मोबाइल टावर से निकलने वाली रेडिएशन का बुरा असर बच्चों की हैल्थ पर पड़ रहा है। टावर से निकलने वाली इलैक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे कैंसर की वजह भी बन सकती हैं।
एक मीटर के एरिया में 100 गुना ज्यादा रेडिएशन :
मोबाइल टावर के 300 मीटर दायरे में सबसे ज्यादा रेडिएशन होती है। एंटेना के सामने वाले हिस्से में सबसे ज्यादा तरंगें निकलती हैं। टावर के एक मीटर के एरिया में 100 गुना ज्यादा रेडिएशन होता है। टावर पर जितने ज्यादा एंटिना होंगे, रेडिएशन भी उतना ही ज्यादा होगा।
रेडिएशन से होने वाले नुकसान :
-थकान
-अनिद्रा
-डिप्रेशन
-ध्यान भंग
-चिड़चिड़ापन
-चक्कर आना
-याद्दाश्त कमजोर होना
-सिरदर्द
-दिल की धड़कन बढऩा
-पाचन क्रिया पर असर
-कैंसर का खतरा बढऩा
-ब्रेन ट्यूमर
टावर लगाने के नियम :
-छतों पर सिर्फ एक एंटीना वाला टावर ही लग सकता है।
-पांच मीटर से कम चौड़ी गलियों में टावर नहीं लग सकता।
-एक टावर पर लगे एंटीना के सामने 20 मीटर तक कोई घर नहीं होना चाहिए।
-टावर घनी आबादी से दूर होना चाहिए।
-जिस जगह टावर लगाया जाता है, वह प्लॅाट खाली होना चाहिए।
-टावर से निकलने वाली रेडिएशन की रेंज कम होनी चाहिए।
-कम आबादी में जिस बिल्डिंग पर टावर लगाया जाता है, वह कम से कम पांच- छह मंजिला होनी चाहिए।
-टावर के लिए रखा गया जैनरेटर बंद बॉडी का होना चाहिए, जिससे शोर न हो।
-जिस बिल्डिंग की छत पर टावर लगाया जाता है, वह कंडम नहीं होनी चाहिए।
-दो एंटीना वाले टावर के सामने घर की दूरी 35 और बारह एंटीना वाले की 75 मीटर जरूरी है।