वी.सी. की पावर वापस लेने से रुके कई काम

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 09:02 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी में सिंडीकेट द्वारा वी.सी. प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर की शक्तियां  वापस ले लेने से बहुत से काम रुक गए हैं। पहले दिन ही पी.यू. अथॉरिटी को कई तरह के कामों को निपटाने में दिक्कत पेश आई। ध्यान रहे कि पी.यू. सिंडीकेट ने वी.सी. प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर की सभी शक्तियों को रविवार को हुई बैठक में वापस ले लिया है। 

 

प्रो. ग्रोवर अब पी.यू. सिंडीकेट द्वारा गठित की जाने वाली कमेटियों, कालेजों के निरीक्षण व कालेजों में टीचर्स के सलैक्शन को लेकर भेजे जाने वाले लोगों के संबंध में कोई भी फैसला नहीं ले पाएंगे, बल्कि उनकी जगह सिंडीकेट व सीनेट सदस्य अशोक गोयल, नवदीप गोयल और सुभाष शर्मा फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिए गए हैं।

 

नए डी.यू.आई. शंकर झा ज्वाइन करेंगे आज
पी.यू. में 1मई को नए डी.यू.आई. के तौर प्रो. शंकर झा ने ज्वाइन करना है लेकिन दिनभर कैंपस में कयास लगते रहे कि वी.सी. प्रो. ग्रोवर के साइन हुए बिना वह ज्वाइन नहीं कर सकेंगे। हालांंकि  बाद में मामला सुलझा लिया गया। पी.यू. प्रवक्ता ने साफ किया कि शंकर झा 1मई को ही ज्वाइन करेंगे। प्रो. झा को ज्वानिंग लैटर दिया जा चुका है।

 

ग्रैच्युटी और रिटायर बैनीफिट में दिक्कत
सोमवार को जिन कर्मचारियों को ग्रैच्युटी दी जानी थी, उन्हें नहीं दी जा सकी। जिन्हें रिटायरमैंट के लाभ दिए जाने थे उन्हें वह लाभ भी नहीं दिए जा सके । इसके अलावा अन्य भी कई फाइलें वी.सी. के हस्ताक्षर के बिना रुकी रहीं। 

 

रिजल्ट में भी हो सकती है देरी 
स्टूडैंट्स के जो भी रिजल्ट निकाले जाते हैं, उन पर भी वी.सी. के हस्ताक्षर की जरूरत होती है। जब तक  वी.सी. के रिजल्ट पर हस्ताक्षर नहीं हो जाते तब तक रिज्लट भी डिक्लेयर नहीं किए जा सकेंगे। 

 

कैसे सुलझ सकता है मसला?
सिंडीकेट की अगली बैठक मई में होनी है। इसमें या तो सिंडीकेट वी.सी. को उनकी पावर वापस दे दे तो यह सब काम हो सकते हैं या फिर हर कार्य को संभालने के  लिए अलग से कमेटी बनाई जाए। 

 

नहीं होगी वैदिक विभाग के साथ स्वामी दयानंद चेयर मर्ज
पी.यू. ने एक प्रैस नोट जारी करते हुए आज कहा कि पी.यू. अथॉरिटी की स्वामी दयानंद चेयर फॉर वैदिक  स्टडीज को संस्कृत विभाग के साथ मर्ज करने की कोई योजना नहीं है। यह जानकारी डी.यू.आई.  प्रो. मीनाक्षी मल्होत्रा  ने दी। उन्होंने कहा कि  किसी गलत सूचना के चलते यह बात सामने आई कि चेयर को संस्कृत विभाग के साथ मर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बात के लिए हमेंखेद है। 

 

वी.सी. पद के लिए आए 100 से ज्यादा आवेदन
सोमवार को वी.सी. के पद के लिएआवेदन का आखिरी दिन था। पी.यू. में वी.सी. के पद के लिए करीब 107 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। गौरतलब हैकि  22 जुलाई को वी.सी. प्रो. ग्रोवर का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 


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