इंटरनैशनल उड़ानें नहीं तो परमानेंट बंद करवा देंगे चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट: हाईकोर्ट

punjabkesari.in Thursday, Jul 28, 2016 - 09:02 PM (IST)

 चंडीगढ़ (विवेक): चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट से इंटरनैशनल फ्लाइट कब शुरू होगी इसके लिए इंतजार ही एक विकल्प रह गया है। लंबा समय बीत जाने के बाद भी इंटरनैशनल उड़ानें शुरू न होने पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि दिल्ली से ही इंटरनैशनल फ्लाइट्स रखनी हैं और चंडीगढ़ से भेदभाव करना है तो हम चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर ताला लगवा देते हैं। केंद्र सरकार ने इस पर कहा कि चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट शुरू करने के लिए सरकार हर स्तर पर काम कर रही है और जो भी मंजूरियां मांगी जाएंगी, उन्हें 48 घंटे के भीतर मुहैया करवा दिया जाएगा। 

इंडिगो एयरलाइंस ने वीरवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को बताया कि कंपनी की योजना है कि 15 सितम्बर से पहले वे इंटरनैशनल उड़ान शुरू  कर देंगे। हालांकि कंपनी ने कहा कि उन्होंने एयरपोर्ट में स्लॉट मुहैया करवाने के लिए आवेदन किया था, जो अभी भी लंबित है। इस पर केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि सभी तरह की क्लीयरैंस दी जा चुकी है और यदि फिर भी कुछ रहता है तो इंडिगो उसे सौंपे और केंद्र सरकार मंजूरी 48 घंटे के भीतर दे देगी। 

इंडिगो ने कहा कि जिस दिन उन्हें मंजूरी मिल जाएगी, उसके 10 दिन के भीतर अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए शैड्यूल जारी कर देंगे। इस बीच इंडियन एयरलाइंस की ओर से हलफनामा सौंपते हुए उनके द्वारा इंटरनैशनल फ्लाइट्स शुरू करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई। इस पर आपत्ति जताते हुए याचिकाकत्र्ता मोहाली इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन ने कहा कि पिछले आदेशों के अनुरूप एयर इंडिया को कनैकिं्टग फ्लाइट्स का संशोधित शैड्यूल जारी करना था, जो किया नहीं गया है।

हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई को बुधवार तक टालते हुए केंद्र सरकार से इंडिगो को मंजूरी देने, कैट 3 और रि-सर्फेसिंग पर तकनीकी विशेषज्ञों की राय मुहैया करवाने, एयर इंडिया को कनैकिं्टग फ्लाइट्स का शैड्यूल सौंपने तथा एयर इंडिया एक्सप्रैस को इंटरनैशनल फ्लाइट्स शुरू करने की तारीख सौंपने के आदेश दिए हैं। 

पी.एम. की लाज रखने के लिए ही शुरू कर दो उड़ानें

हाईकोर्ट ने कहा कि गत वर्ष सितंबर 2011 में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के उद्देश्य से पी.एम. ने इस एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। उद्घाटन को एक वर्ष होने को है और अभी तक किसी इंटरनैशनल फ्लाइट का शैड्यूल तक मौजूद नहीं है। जस्टिस एस.एस. सारौं ने कहा कि इस एयरपोर्ट को शुरू  करने में उनकी कोई निजी दिलचस्पी नहीं है। यह मुद्दा लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है ऐसे में इसे यूं ही नहीं छोड़ सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि  कम से कम प्रधानमंत्री का सम्मान रखने के लिए ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जाने दो। मामले में लोगों द्वारा खंडपीठ को लिखे गए पत्रों को कोर्ट में सार्वजनिक करते हुए जस्टिस एस.एस. सारौं ने कहा कि लोगों का पैसा खर्च कर एयरपोर्ट बना है यदि उन्हें इसका लाभ ही न हो तो फायदा क्या है। 

 

बड़ी उड़ानों और रात की फ्लाइट्स के लिए करना होगा इंतजार 

हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि 2018 तक रन-वे की लंबाई बढ़ाने, रि-सर्फेसिंग और कैट 3 का कार्य पूरा किया जाएगा। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि रात को इंटरनेैशनल उड़ानों के लिए भी अभी बहुत लंबा इंतजार करना होगा। साथ ही सर्दियों के मौसम में पडऩे वाली धुंध के  कारण भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कैट 3 सिस्टम में जीरो विजिबिलिटी में भी उड़ाने भरना और लैंडिंग संभव है परंतु वर्तमान में चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर कैट 1 मौजूद है, जिसके चलते धुंध के समय परेशानी आना लगभग तय है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News