विजीलैंस ने भ्रष्टाचार मामले में बर्खास्त ए.एस.आई. इंद्रजीत सिंह के साथी को किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Apr 26, 2023 - 09:20 PM (IST)

चंडीगढ़,(रमनजीत): पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज रमिंद्र पाल सिंह पिं्रस निवासी मिशन कम्पाऊंड जालंधर को गिरफ्तार किया है, जो गत 4 वर्षों से एक पुलिस मुकद्दमे में भगौड़ा था। विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंधी 12 फरवरी 2015 को एफ.आई.आर. नंबर 01 भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धाराओं 7,8 13(2) के अंतर्गत ब्यूरो के फ्लाइंग सकुऐड-1 थाना, मोहाली में दर्ज गई थी। उपरोक्त आरोपी को 4 जनवरी 2019 को एस.ए.एस. नगर अदालत की तरफ से भगौड़ा (पी.ओ.) घोषित किया गया था और तब से वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार था।

 

 

 


प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला विजीलैंस जांच के आधार पर एस.ए.एस. नगर में ब्यूरो के फ्लाइंग सकुऐड-1 थाना पंजाब में दर्ज 11 नवम्बर 2013 को दर्ज एफ.आई.आर. नंबर 14 में कथित दोषों की जांच के आदेशों के आधार पर दर्ज किया गया था। उक्त मामले की जांच के दौरान स्टेट कैमिकल एग्जामिनर लैबोरट्री खरड़ में बतौर लैबोरट्री अटैंडैंट तैनात जगदीप सिंह निवासी गांव सेहा, जिला लुधियाना ने खुलासा किया था कि उस समय सी.आई.ए. तरनतारन में तैनात सहायक सब-इंस्पैक्टर (ए.एस.आई.) इंद्रजीत सिंह ने उससे 10 लाख रुपए रिश्वत और उपरोक्त लैबोरट्री में तैनात ऐनालिस्ट परमिंद्र सिंह से 3.50 लाख रुपए की रिश्वत ली थी। उक्त ए.एस.आई. ने दोनों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. का मामला दर्ज करने की धमकी दी थी।

 

 

 


प्रवक्ता ने बताया कि उक्त जगदीप सिंह ने खुलासा किया कि ए.एस.आई. इंद्रजीत सिंह ने रिश्वत 2 प्राइवेट लोगों रमिंद्र पाल सिंह पिं्रस निवासी जालंधर और पवन कुमार निवासी गांव नवां पिंड गेटवाला जिला कपूरथला के जरिए ली थी। उसने आरोप लगाया था कि उपरोक्त कथित दोषी पवन कुमार ने उससे 3 लाख रुपए और परमिंद्र सिंह से 1.50 लाख रुपए लिए थे और यह रिश्वत की रकम उक्त ए.एस.आई. को दी जानी थी। रिश्वत की इस कुल 17 लाख रुपए रकम में से रमिंद्रपाल सिंह पिं्रस ने 2 लाख रुपए लिए थे। जांच के बाद ए.एस.आई इंद्रजीत सिंह, पवन कुमार व रमिंद्रपाल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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