पंजाब का पर्यावरण और पानी बचाने के लिए शुरू की जाएगाी व्यापक मुहिम : भगवंत मान

punjabkesari.in Monday, May 08, 2023 - 09:26 PM (IST)

चंडीगढ़,(अश्वनी कुमार): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आने वाली नस्लों के लिए पानी बचाने के लिए भूजल संरक्षण के साथ-साथ राज्य की वनस्पति और जंगली जीव को बचाने के लिए बड़े स्तर पर मुहिम शुरू करने का ऐलान किया है। चिट्टी वेईं के प्रोजैक्ट का नींव पत्थर रखने के बाद संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं और संतों की पवित्र धरती है, जिन्होंने हमें पर्यावरण के संरक्षण का रास्ता दिखाया। गुरु साहिबान के नक्शे-कदम पर चलते हुए राज्य सरकार पंजाब के कुदरती संसाधनों के संरक्षण के लिए बड़े स्तर पर मुहिम शुरू करेगी। इस महान कार्य के लिए फंडों की कमी नहीं है। उन्होंने लोगों को इस कार्य के लिए सहयोग देने और इसको लोक लहर बनाने का न्योता दिया।

 


गुरबानी की तुक ‘पवनु गुरू पानी पिता माता धरति महतु’ का हवाला देते हुए  मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारे गुरु साहिबान ने हवा की तुलना अध्यापक, पानी की पिता और धरती की मां से की है लेकिन कितने दुर्भाग्य की बात है कि हम गुरु साहिबान के शब्दों का सम्मान नहीं रख सके और हमनें इन तीनों ही संसाधनों को दूषित कर दिया है। अब समय आ गया है कि हम गुरबानी की शिक्षाओं को अपने जीवन में ढाल कर राज्य की शान को सही अर्थों में बहाल करें।
पर्यावरण के मसलों को जानबूझकर नजरअंदाज करने के लिए विरोधी पक्षों की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी, हवा और धरती की कोई वोट न होने के कारण इन नेताओं ने इन तीनों क्षेत्रों को नजरअंदाज किया। बड़े स्तर पर प्रदूषण के कारण इन तीनों ही कुदरती संसाधनों का नुक्सान हुआ है, जिससे समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है। राज्य में ‘आप’ सरकार बनने के बाद पर्यावरण को बचाने के लिए कदम उठाए गए हैं।
 

 

 

 

नहरी पानी के अधिकतम इस्तेमाल के लिए कई कदम उठाए 
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें लंबे समय से स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे अहम क्षेत्रों को भी नजरअन्दाज कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में हमारी सरकार बनने के अबाद इन क्षेत्रों में मुकम्मल तबदीली देखने को मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भूजल की बचत करने के लिए नहरी पानी के अधिकतम प्रयोग के लिए बड़े स्तर पर कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब अपने पास उपलब्ध नहरी पानी में से सिर्फ 33 से 34 प्रतिशत का प्रयोग कर रहा है। इसको आने वाले दिनों में बढ़ाया जाएगा। भगवंत मान ने उम्मीद जाहिर की कि पंजाब पहले पड़ाव में नहरी पानी का प्रयोग को बढ़ाकर 60 प्रतिशत करेगा, जिससे कुल 14 लाख ट्यूबवैलों में से तकरीबन चार लाख ट्यूबवैल बंद हो सकें। इस कदम से भूजल बचाने में मदद मिलेगी।
 

 

 

 

किसान हितैषी कई पहल की
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार सरकार-किसान मिलनी करवाई जिससे किसानों को कृषि संकट से निकाला जा सके। लगातार बढ़ रही लागतों और घटते लाभ के कारण खेती अब लाभदायक धंधा नहीं रह गई और राज्य के किसान संकट में हैं। उन्होंने कहा कि इस बातचीत का एकमात्र उद्देश्य फैसला लेने वालों और भाइवालों के दरमियान फर्क को घटाना है, जिससे किसानों की जरूरतों के अनुसार नीतियां तैयार की जा सकें। इस मिलनी के दौरान हुए विचार-विमर्श के बाद ही राज्य सरकार ने किसानों को नरमे की फसल की काश्त के लिए एक अप्रैल से नहरी पानी मुहैया करवाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि राज्य की नरमा पट्टी में पानी की सप्लाई को यकीनी बनाया गया जिससे काश्तकारों को बड़े स्तर पर लाभ मिल सके। भगवंत मान ने कहा कि टेलों पर निर्विघ्न और अपेक्षित नहरी पानी की सप्लाई करने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकार आपके द्वार स्कीम शुरू की जिसके अंतर्गत जिले के अफसर खासकर डिप्टी कमिश्नर और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर अधिक से अधिक क्षेत्रीय दौरे विशेषत: गांवों में जाकर लोगों की परेशानियां सुना करेंगे। 
 

 

 

 

एस.वाई.एल का नाम वाई.एस.एल. रखने की वचनबद्धता दोहराई
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सतलुज-यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) नहर के प्रोजैक्ट को अब यमुना-सतलुज लिंक (वाई.एस.एल.) के तौर पर जाना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सतलुज दरिया पहले ही सूख चुका है और किसी को एक बूंद पानी देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। मान ने कहा कि इसके उलट गंगा और यमुना का पानी सतलुज दरिया के द्वारा पंजाब को सप्लाई होना चाहिए, जिससे राज्य की जरूरतों पूरी हो सकें।
 

 

 

दफ्तरों का समय बदलने से सबको होगा फायदा
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अधिकतम लोक हितों के मद्देनजर राज्य सरकार ने दफ्तरों का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे से बदल कर सुबह 7.30 से दोपहर 2 बजे तक कर दिया है। यह फैसला आने वाले महीनों में लोगों को भयानक गर्मी से बचाने में सहायक होगा। इससे आम व्यक्ति अपने काम से छुट्टी लिए बिना सुबह जल्द अपना काम कर सकेगा और इससे मुलाजिमों को भी सुविधा मिलेगी क्योंकि वह दफ्तरी समय के बाद सामाजिक समागमों में शामिल हो सकेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि होशियारपुर जिले के जो गाँव शहीद भगत सिंह नगर जिले के साथ जुडऩे के इच्छुक हैं, उनके बारे कैबिनेट द्वारा हमदर्दी से विचार किया जाएगा। उन्होंने गढ़शंकर बाइपास को अपग्रेड और मजबूत करने का भी ऐलान किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, पंजाब विधान सभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण रोड़ी, राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल और अन्य भी उपस्थित थे।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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