मंत्री संदीप सिंह के इस्तीफे को लेकर सदन में हुआ हंगामा
punjabkesari.in Monday, Aug 28, 2023 - 07:26 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल/पांडेय): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार को सदन में काफी आक्रामक मूड में नजर आए। जूनियर महिला कोच के साथ यौन उत्पीडऩ के आरोपी राज्य मंत्री संदीप सिंह के इस्तीफे को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ और सत्तापक्ष व विपक्ष की तरफ से जमकर नारेबाजी हुई। कांग्रेस ने विरोधस्वरूप वाकआऊट भी किया। विपक्ष की मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लेंगे-नहीं लेंगे-नहीं लेंगे।। प्रश्नकाल खत्म होते ही शून्यकाल की शुरूआत में कांग्रेस ने सदन में मौजूद राज्य मंत्री संदीप सिंह का इस्तीफा लेने की मांग उठा दी थी। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की तरफ इशरा करते हुए कहा कि अगर मैं बोला तो धज्जियां उड़ जाएंगी।
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल होने के बाद ही सदन में मौजूद रहे संदीप सिंह को कांग्रेस ने घेरा। यह मुद्दा सबसे पहले कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल और आफताब अहमद ने उठाया। तोशाम विधायक किरण चौधरी ने भी इस मामले में सरकार को घेरा। गीता भुक्कल ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों के खिलाफ काम कर रही है। कांग्रेसियों ने कहा कि नैतिकता के आधार पर खेल मंत्री अपने पद से इस्तीफा दें। अगर वे इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। स्पीकर ने कहा कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में इस पर यहां चर्चा नहीं हो सकती। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि छेड़छाड़ का शिकार महिला कोच को न्याय देने की बजाय सरकार से उसे ही सस्पैंड कर दिया। मंत्री को बचाने की कोशिश सरकार कर रही है। गीता भुक्कल ने कहा कि अब कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। ऐसे में सरकार को तुरंत आरोपी मंत्री को कैबिनेट से बाहर करना चाहिए। पूर्व सी.एम. व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि जब चार्जशीट दाखिल हो गई है तो अब मंत्री को नैतिकता के आधार पर खुद ही इस्तीफा देना चाहिए।
स्पीकर की वेल तक पहुंचे कांग्रेस विधायक
गीता भुक्कल व शकुंतला खटक सहित कई विधायक स्पीकर वेल तक पहुंचे तो स्पीकर ने उन्हें नेम करने की चेतावनी भी दी। हुड्डा ने जब मुख्यमंत्री से मांग की कि वे आरोपी मंत्री से इस्तीफा लें तो स्पीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री सोच लेंगे कि क्या करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग कार्रवाई के लिए हमें बाध्य नहीं कर सकते। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि हमें पता है ये लोग नैतिकता के मामले में कहां खड़े हैं। उन्होंने कहा, हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है। उन्होंने जब यह कहा कि वे बोले तो ‘धज्जियां’ उड़ा देंगे। इस पर उखड़े हुड्डा ने कहा कि धज्जियां तो हम उड़ाएंगे। साथ ही, उन्होंने धज्जियां शब्द को असंसदीय भी बता दिया। इसी बीच, पूर्व स्पीकर एवं बेरी विधायक डा. रघुबीर सिंह कादियान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले सत्र के दौरान जब संदीप सिंह का मामला उठा था तो सी.एम. ने सदन में ही कह दिया था कि इस्तीफा नहीं लेंगे। मुख्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए कादियान ने सवाल किया कि अब मुख्यमंत्री बताएं कि उन्होंने क्या सोचा है?
कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल के दौरान हुए कारनामों को लेकर जनता के बीच जाएगी सरकार : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल के दौरान महिलाओं व अनुसूचित जाति के लोगों पर हुए अत्याचारों व अन्य कारनामों को लेकर जनता के बीच जाएगी और जनता ही फैसला करेगी कि क्या सही है और क्या गलत? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही देखती है कि उसे क्या करना है और क्या नहीं। मनोहर लाल ने कहा है कि जनता के प्रति जवाबदेही और जिम्मेदारी हमारी है।