करोड़ों रुपए के घोटाले में ए.डी.सी., बी.डी.पी.ओ. और पंचायत सैक्रेटरी गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Feb 21, 2018 - 10:35 AM (IST)

मोहाली (कुलदीप): जिला मोहाली के गांव झियूरहेड़ी में पंचायती जमीन एक्वायर करने के बाद करोड़ों रुपए के घोटाले के संबंध में विजीलैंस ने ए.डी.सी. (डी) मानसा गुरविंद्र सिंह सराओ, ब्लाक विकास एवं पंचायत अधिकारी (बी.डी.पी.ओ.) मलविंद्र सिंह और पंचायत सैक्रेटरी रविंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। विजीलैंस के इंस्पैक्टर सतवंत सिंह सिद्धू ने तीनों गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। 

 

उक्त अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने की चर्चा सोमवार से गांव में चल रही थी। जैसे ही इसकी भनक झियूरहेड़ी के सरपंच को लगी तो वह सोमवार को ही अपने परिवार सहित फरार हो गया। जब गांव झियूरहेड़ी में यह घोटाला हुआ था, उस समय गुरविंद्र सिंह सराओ जिला मोहाली में डी.डी.पी.ओ., मलविंद्र सिंह बी.डी.पी.ओ. और रविंद्र सिंह पंचायत सैक्रेटरी के तौर पर तैनात थे।

 

पूर्व अकाली पंचायत मंत्री मलूका का नाम भी चर्चा में 
गांव झियूरहेड़ी के विकास कार्यों के लिए रिलीज की गई राशि को पूर्व पंचायत मंत्री सिकंदर सिंह मलूका द्वारा भी दुरुपयोग करने का मामला भी मीडिया में चर्चा का विषय रहा है। ग्रामीणों का आरोप था कि मलूका ने उस राशि में से पांच करोड़ रुपए बठिंडा में जिला परिषद की बिल्डिंग बनाने के लिए भेज दी थी। 

 

यह राशि बठिंडा भेजने का कारण यह था कि वहां पर मलूका का बेटा गुरप्रीत सिंह मलूका जिला परिषद का चेयरमैन था। सूत्रों की मानें तो गांव झियूरहेड़ी की राशि खुर्द-बुर्द करने के मामले को लेकर पूर्व पंचायत मंत्री से भी पूछताछ की जा सकती है।

 

विजीलैंस ने अन्य आरोपियों को भी केस में किया शामिल  
मोहाली के गांव झियूरहेड़ी की पंचायती जमीन की राशि में हुए घोटाले के मामले में विजीलैंस ने गुरविंद्र सिंह सराओ, मलविंद्र सिंह, रविंद्र सिंह के साथ अन्य आरोपियों सुरिंद्र सिंह उर्फ सुरिंद्र खान निवासी गांव मुलेपुर जिला फतेहगढ़ साहिब, मुहंमद सुहेल चौहान निवासी सैक्टर-79 मोहाली, दर्शन सिंह निवासी गांव हल्लोमाजरा (चंडीगढ़), सर्वन सिंह निवासी गांव टिवाणा (डेराबस्सी) और दर्शन सिंह निवासी गांव कंवरपुर (ऊकसी जट्टां) जिला पटियाला खिलाफ भी आई.पी.सी. की धाराओं तथा करप्शन एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इन आरोपियों पर आरोप है कि इन्होंने पंचायत विभाग के उक्त आरोपी अधिकारियों से मिलीभगत करके पंचायत के पैसे से अन्य गांवों में जमीन की खरीद-फरोख्त में दलालों की भूमिका निभाई।

 

बी.डी.पी.ओ. के खिलाफ पातड़ां में भी केस है दर्ज
बी.डी.पी.ओ. मालविंद्र सिंह के खिलाफ पटियाला के पातड़ां पुलिस स्टेशन में भी वर्ष 2014 में करप्शन एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। वे वहां बी.डी.पी.ओ. तैनात था। वहां पर मनरेगा स्कीम के फंडों में घोटाला होने पर केस दर्ज किया गया था। बी.डी.पी.ओ. मालविंद्र सिंह और पंचायत सैक्रेटरी रविंद्र सिंह दोनों मौसेरे भाई हैं। 

 

अदालत ने तीनों आरोपियों को भेजा दो दिन के पुलिस रिमांड पर 
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद देर शाम मोहाली की अदालत में पेश किया गया। वहां से तीनों आरोपियों को अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। 

 

एक्वायर हुई पंचायती जमीन का पैसा किया था खुर्द-बुर्द 
वर्ष 2010-11 में गांव झियूरहेड़ी में एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा 306 एकड़ जमीन एक्वायर की गई थी, जिसमें से 50 एकड़ जमीन पंचायत की भी एक्वायर हुई थी। एक्वायर हुई पंचायती जमीन की कीमत 54 करोड़ 16 लाख 87 हजार 500 रुपए आंकी गई थी। जमीन एक्वायर होने के बाद यह राशि डायरैक्टर पंचायत को भेज दी गई और उसके बाद बी.डी.पी.ओ., डी.डी.पी.ओ. और अन्य अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपए की राशि गांव के विकास कार्यों के लिए रिलीज करवा ली लेकिन उसमें नाममात्र राशि गांव के विकास पर खर्च की गई और बाकी का गांव के लोगों को कोई हिसाब नहीं दिया गया। 

 

ग्रामीण गुरनैब सिंह, बहादुर सिंह, गुरनाम सिंह आदि ने पंचायत यूनियन पंजाब के अध्यक्ष हरमिंद्र सिंह मावी और जिला प्रधान बलविंद्र सिंह कुंभड़ा को साथ लेकर डायरैक्टर पंचायत ऑफिस में इस मामले की जांच के लिए पैरवी की। अकाली सरकार के कार्यकाल में यह मामला दबाया जाता रहा लेकिन अब कांग्रेस सरकार आने पर यह मामला पंचायत मंत्री के ध्यान में भी लाया गया। हलका विधायक बलबीर सिंह सिद्धू ने भी इस मामले को विधानसभा में उठाया।


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