अस्पताल में बच्चे की मौत, लापरवाही का आरोप

punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2017 - 09:01 AM (IST)

मोहाली(नियामियां) : स्थानीय फेज-11 के निवासी प्रभजोत सिंह ने सिविल सर्जन, सिवल अस्पताल फेज-6 और स्वास्थ्य मंत्री पंजाब को पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि सिविल अस्पताल की महिला डाक्टर सिम्मी को ड्यूटी संबंधित लापरवाही बरतने पर उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। अपने पत्र में प्रभजोत सिंह ने लिखा है कि 13 सितंबर की रात को 10 बजे वह अपनी पत्नी इंद्रजीत कौर को प्रसूति दर्द शुरू होने पर सिविल अस्पताल फेज-6 लेकर गया था परन्तु वहां कोई भी डाक्टर मौजूद नहीं था। 

 

अस्पताल के लेबर रूम में दो नर्सें थी, उन्होंने जांच करके महिला डाक्टर सिम्मी को फोन किया परन्तु डाक्टर ने अस्पताल आने की जगह स्टाफ नर्स को कह दिया कि इस केस को चंडीगढ़ सैक्टर-16 या सैक्टर-32 में रैफर कर दो। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी की हालत बहुत ही ज्यादा खराब होने के बावजूद भी डाक्टर सिम्मी अस्पताल में नहीं आई। उन्होंने कहा कि सैक्टर-32 चंडीगढ़ अस्पताल में पहुंचते काफी समय लग गया और जब वहां डाक्टरों ने अल्ट्रा साऊंड किया तो उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी के पेट में ही बच्चे की मौत हो चुकी है। 

 

उन्होंने कहा कि अगर सिविल अस्पताल फेज-6 में ही डाक्टर द्वारा उसकी पत्नी की संभाल की जाती तो उसकी पत्नी के पेट में पल रहे बच्चे को बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में रात को ड्यूटी पर न आने वाले डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और संदेश मिलने के बावजूद भी अस्पताल न आने वाली डाक्टर सिम्मी के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाए। इस संबंध में संपर्क करने पर सिविल अस्पताल फेज-6 की डॉ. सिम्मी ने कहा कि उन पर लगाए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि 13 सितंबर को रात के समय जब मरीज अस्पताल में आई तो स्टाफ नर्स द्वारा मरीज की जांच करके उसे कहा गया था कि बच्चे की धड़कन नहीं मिल रही और बच्चे का अल्ट्रासाऊंड करवाना जरूरी है। 

 

उन्होंने कहा कि मरीज को अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए सैक्टर-32 अस्पताल रैफर किया गया था क्योंकि रात के समय सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाऊंड करवाने की सुविधा नहीं होती। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए लापरवाही के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। डाक्टर की गैर हाजिरी में इस तरह मरीज को रैफर ही नहीं किया जा सकता और 13 सितंबर को इंद्रजीत कौर नाम के किसी मरीज को रैफर किया गया था। इससे साफ जाहिर है कि वह उस समय ड्यूटी पर थे। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। महिला के पति ने पत्र की कॉपी सचिव सेहत विभाग डायरैक्टर सेहत और परिवार भलाई और हलका विधायक मोहाली को भी भेजी है। 
 


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