सी.एच.बी. अपनी प्रॉपर्टी के रेट करेगा रिवाइज्ड
punjabkesari.in Monday, Oct 05, 2020 - 08:56 PM (IST)

-पिछले साल ऑक्शन में किसी बिडर ने नहीं दिखाई थी रुचि
-रेट रिवाइज्ड कर दिसम्बर के आखिर में रखी जाएगी ऑक्शन
-पहले की 212 प्रॉपर्टी के साथ ही नई को भी रखा जाएगा ऑक्शन में
चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड को अपनी प्रॉपर्टी के लिए अच्छा रिस्पांस मिल सके, इसके लिए बोर्ड अपनी प्रॉपर्टी के रेट रिवाइज्ड कर रहा है। रेट रिवाइज्ड करके बोर्ड दिसम्बर के आखिर में प्रॉपर्टी की ऑक्शन रखेगा, जिसमें पहले की 212 प्रॉपर्टी के साथ ही नई प्रॉपर्टी को भी रखा जाएगा। पिछले साल एक सिंगल बिडर ने भी बोर्ड की प्रॉपर्टी में अपनी रुचि नहीं दिखाई थी। पिछले वर्ष भी दिसम्बर में ही बोर्ड ने ऑक्शन रखी थी।
कमेटी गठित की
इस संबंध में बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड की काफी प्रॉपर्टी पिछले काफी लंबे समय से खाली पड़ी है, जिसमें कर्मिशयल और रैजीडैंशियल दोनों प्रॉपर्टी शामिल है। यही कारण है कि अब वह प्रॉपर्टी के रेट रिवाइज्ड कर रहे हैं, ताकि ऑक्शन में अच्छा रिस्पांस मिल सके। इसके लिए उन्होंने कमेटी गठित की हुई। कमेटी रेट पर काम कर रही है। जैसे ही रिवाइज्ड रेट सबमिट कर दिए जाएंगे तो वह प्रॉपर्टी की ऑक्शन की डेट फिक्स कर देंगे। पिछले वर्ष बोर्ड ने 64 रैजीडैंशियल और 148 कर्मिशयल प्रॉपर्टी को ऑक्शन में रखा था। इसमें सैक्टर-63 के फ्री होल्ड थ्री बैडरूम फ्लैट का रिजर्व 1.07 करोड़ और सैक्टर-39 के लीज होल्ड एच.आई.जी. फ्लैट का रिजर्व प्राइज 1.31 करोड़ तय किया था। रैजीडैंशियल प्रॉपर्टी में 9 लीज होल्ड और 55 फ्री होल्ड प्रॉपर्टी को शामिल किया गया था। इनमें ज्यादातर फ्लैट सैक्टर-63 के हैं। इसके अलावा बोर्ड की मनीमाजरा, सैक्टर-45, 41, 47, 39, 38 वेस्ट, 49 और 51 में भी रैजीडैंशियल प्रॉपर्टी खाली पड़ी है।
रिजर्व प्राइज अधिक होने के चलते पहले नहीं मिला था रिस्पांस
पिछले साल रिजर्व प्राइज अधिक होने के चलते भी बोर्ड को प्रॉपर्टी के लिए बिडर नहीं मिले, जिसके चलते ही इस बार रेट रिवाइज्ड किए जा रहे हैं। बोर्ड ने सैक्टर-51 के टू बैडरूम फ्लैट का रिजर्व 99.92 लाख रुपय तय किया था। वहीं, ई.डब्ल्यू.एस. फ्लैट का रिजर्व प्राइज 30 से 32 लाख रुपए तय किया गया था। सैक्टर-63 के वन बैडरूम फ्लैट का रिजर्व प्राइज 54.80 लाख रुपए तय किया गया था। इसी तरह कर्मिशयल प्रॉपर्टी में बूथों और शॉप्स को भी ऑक्शन में रखा जा रहा है, जिनका पिछली बार रिजर्व प्राइज 50 लाख से 1 करोड़ व बड़ी शॉप्स का दो करोड़ तक रखा गया था।
खाली पड़ी होने के चलते खस्ता हो रही प्रॉपर्टी
बोर्ड की ये प्रॉपर्टी खाली पड़ी होने के चलते इनकी हालत खस्ता हो रही है, वहीं इससे बोर्ड को भी राजस्व नहीं मिल रहा है। बोर्ड ने इसे लेकर एक कमेटी गठित की थी। कमेटी ने शहर भर में अपना सर्वे किया था। सर्वे के बाद ही कमेटी ने अपनी प्रॉपर्टी की लिस्ट तैयार की थी, जिसे अप्रूवल के लिए मीटिंग में रखा गया था। बोर्ड ने एक टीम भी गठित है, जो खाली पड़ी प्रॉपर्टी की समय-समय पर चैकिंग कर रही है। बोर्ड को अपनी प्रॉपर्टी पर अतिक्रमण होने का भी डर है, जिसके चलते ही शहर भर में प्रॉपर्टी कासर्वे करवाया गया।