NRI से 5 हजार रिश्वत लेने वाला ASI लाइन हाजिर

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 10:15 AM (IST)

मोहाली(राणा) : पुलिस में फैली करप्शन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। विजीलैंस द्वारा इतने पुलिस वालों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा जा चुका है लेकिन फिर भी वह रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में एन.आर.आई. से एक पुराने मामले को रफा दफा करने की एवज में सोहाना थाने के एक ए.एस.आई. द्वारा 5 हजार रुपए रिश्वत लेने का मामला आया है। 

 

एन.आर.आई. ने खुद ही पैसे मांगने वाले ए.एस.आई. का स्ट्रिंग आप्रेशन कर वीडियो डी.जी.पी., एस.एस.पी. और विजीलैंस ब्यूरो को सौंपा था। जिसके बाद एस.एस.पी. ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सोहाना थाने में तैनात एस.आई. अवतार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही इस मामले की विभागीय जांच डी.एस.पी. सिटी-दो रमनदीप सिंह को सौंप दी है। 

 

कनाडा निवासी परमजीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत मेें बताया है कि वह 1996 से कनाडा में रहा है। उसका सैक्टर-77 में अपना मकान है। उसने अपने मकान की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने साले सतविंद्र सिंह के नाम करवा रखी थी। उन्होंने बताया कि गांव बलाचौर में उनका परिवार रहता था। कई सालों से उसका भाई भी इंगलैंड में रह रहा है। 2000 में माता भी इंगलैंड भी चल गई है। उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद परिवार में बिखराव हो गया। 2012 में माता और भाई भारत आए। इसके बाद उन्होंने उसके साले पर चोरी का केस दर्ज करवा दिया। उसके बाद वह तुरंत साले को छुड़वाने के लिए भारत आ गए। लेकिन उनको कोई रास्ता नहीं दिखा। इसके बाद वह वापस चले गए। इसके बाद भी उन्होंने साले को लगातार परेशान करना जारी रखा। 

 

जब 2015 दोबारा भारत आए तो उन्होंने उन पर व परिवार के मैंबरों पर एक और केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद मामला अदालत में चला गया।एन.आर.आई. ने बताया कि 18 सितम्बर 2017 को मामले के जांच अधिकारी अवतार सिंह उनको फोन आया साथ ही उने थाने बुलाया। इस दौरान उनके मामा प्रीतम सिंह भी साथ गए। 

 

उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान अवतार ने कहा कि आपका भाई पुलिस को पैसे खिलाकर आपके ऊपर कार्रवाई करवा रहा है। वहीं, जो केस आप पर दर्ज है, उनमें दम नहीं है। ऐसे में सेवा पानी को कर देंगे तो आपको इन केसों से मुक्ति दिलवा दूंगा। इसके बाद आरोपी थानेदार ने एन.आर.आई. परमजीत सिंह को सैक्टर-43 चंडीगढ़ बुलाया। इस दौरान उसने पैसे की मांग की। 

 

उन्होंने थानेदार को कहा कि उनके पास इतना कैश नहीं है। तो आरोपी ने कहा कि सामने ए.टी.एम. में चलते हैं। वहां से पैसे निकलवाकर आप मुझे दे देना। जिसके बाद मैं केस की कार्रवाई शुरू कर दूंगा। उन्होंने बताया कि उन्हेें थानेदार पर संदेह था इसलिए वह उसकी वीडियो बनाते रहे। इसके अलावा वह आरोपी थानेदार की फोन कॉल भी रिकॉर्ड करते रहे। जिसकी सी.डी. बनाकर उन्होंने अधिकारियों को सौंपी है। 

 

पता चला है कि उक्त एन.आर.आई. पंजाब पुलिस में मुलाजिम था। बिना विभाग को सूचित किए विदेश जाने के चलते गैर-हाजिर रहने के चलते उसे नौकरी से डिसमिस कर दिया गया था। एन.आर.आई. का कहना है कि वह टोरंटों में ट्रक ड्राइवर था। लेकिन पंजाब पुलिस के चक्कर में बर्बाद होकर रह गया है। आज उसके पास इतने पैसे भी नहीं है कि दोबारा विदेश जा पाए। रिश्तेदारों से उधार मांगकर काम चला रहे हैं।
 


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