पटाखों ने छीन ली 20 लोगों की आंखों की रोशनी

punjabkesari.in Saturday, Oct 21, 2017 - 09:26 AM (IST)

चंडीगढ़(रवि) : दीवाली पर पटाखे चलाने के लिए इस बार कोर्ट द्वारा 3 घंटे का वक्त दिया गया था, इसके बावजूद लोगों ने इन तीन घंटों में ही पूरे दिन की कसर निकाल ली। यह कहना है पी.जी.आई. निदेशक प्रो. जगत राम का। पटाखों से घायल हुए मरीजों की तादाद पी.जी.आई. में इस बार पिछले वर्ष से ज्यादा रही। आई सैंटर में आई इंजरी के अब तक 37 मरीज पहुंच चुके हैं। 2 मरीज पटाखों से झुलसने के कारण एडवांस ट्रॉमा सैंटर में एडमिट हैं। वहीं, मोहाली में 15 और पंचकूला में 50 लोगों के झुलसने की सूचना है।

 

पी.जी.आई. निदेशक प्रो. जगत राम ने बताया कि इन 37 मरीजों में 20 मरीजों को आंखों में काफी गंभीर चोटें आई हैं। इनकी गंभीर हालत को देखते हुए शुक्रवार को 13 मरीजों का एमरजैंसी ऑपरेशन किया गया है बाकि मरीजों की सर्जरी एक या दो दिन में कर दी जाएगी। डाक्टर्स की माने तो इन 20 मरीजों की 70 प्रतिशत आंखों की रोशनी जा चुकी है। ऑपरेशन के बाद भी इन मरीजों की आंखों की रोशनी आएगी या नहीं यह कह पाना मुश्किल है। 

 

एडवांस आई सैंटर के एच.ओ.डी. प्रो. डोगरा की माने तो पिछले वर्ष दीवाली के पहले दिन सिर्फ 21 मरीज आए थे जबकि दूसरे दिन 20 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे। लेकिन इस बार बैन होने के बावजूद पहले ही दिन काफी बड़ी संख्या में मरीज अब तक पहुंच चुके हैं। आई सैंटर में पहुंचे मरीजों में से 16 ट्राइसिटी से जबकि 21 मरीज पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व हिमाचल से हैं। इन मरीजों में 29 पुरुष व 8 महिलाएं हैं। 

 

डाक्टर्स की माने तो मरीजों में ज्यादातर बच्चे शामिल हैं जिनकी उम्र 16 वर्ष, 40 वर्ष से लेकर सबसे कम 7 वर्ष का एक बच्चा भी शामिल है। प्रो. डोगरा की माने तो मरीजों में उन मरीजों की तादाद काफी ज्यादा है जो पटाखे जला नहीं रही थे सिर्फ देख रहे हैं। इन मरीजों में 11 लोग ऐसे थे जो पटाखे जलाते हुए झुलसे, जबकि 24 लोग पटाखे जलाने वालों  के साथ सिर्फ खड़े थे।

 

पटाखे देखते वक्त घायल हुआ 7 वर्षीय रचित :
खरड़ का रहने वाला 7 वर्ष का रचित एडवांस आई सैंटर में दिवाली की रात ही पहुंच गया था। डाक्टर्स ने रचित की हालत को देखते हुए उसके एक आंख की सर्जरी कर दी है। रचित के परिजनो की माने तो पटाखे नहीं जला रहा था सिर्फ पटाखे देखते वक्त ही उसके साथ यह हादसा हो गया। डाक्टर्स की माने तो सर्जरी तो कर दी गई है लेकिन अभी रचित की हालत के बारें में कुछ नहीं कह सकते। 

 

पड़ोसियों की आतिशबाजी का शिकार हुआ अयान :
12 वर्ष का मोहम्मद अयान भी उन मरीजों में से है जो पटाखे चलाते वक्त नहीं बल्कि सिर्फ देखते वक्त घायल हो गया। पंजाब के मलेरकोटला के रहने वाला मोहम्मद दीवाली की रात छत पर पड़ोसियों की आतिशबाजी देख रहा था जिस वक्त पटाखे की चिंगारी उसकी आंख में चली गई। फिलहाल डाक्टर्स ने मोहम्मद का ऑपरेशन कर दिया है। 

 

दोनों हाथों को जला बैठी 14 वर्षीय बच्ची :
उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर की रहने वाली 14 वर्षीय बच्ची की आंखों का ऑपरेशन एडवांस आई. सैंटर में होना था जिसके लिए वह चंडीगढ़ आई हुई है। लेकिन दीवाली की रात यह मासूस पटाखों के कारण अपने दोनो हाथों को जला बैठी। जिसका इलाज पी.जी.आई. में चल रहा है। पी.जी.आई. निदेशक की माने तो बच्ची अपने हाथों में पटाखा जलाते वक्त हो गई है। डाक्टर्स की माने तो इतनी जागरूकता के बाद भी लोग जागरुक नहीं हो रहे हैं इस तरह के मामले सामने आना काफी हैरान करने वाला है। 

 

छत पर सोने जा रहे अर्जुन भी हुआ पटाखे का शिकार :
बद्दी का रहने वाले 22 वर्षीय अर्जुन का भी ऑपरेशन हो चुका है। अर्जुन दीवाली की रात छत पर सोने जा रहा था। लेकिन तभी वहां किसी ने पटाखा चला दिया। जो उसकी आंख में जा लगा।


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