अनिल अग्रवाल की Vedanta जुटाएगी ₹2500 करोड़, शेयर उछले

Thursday, Apr 04, 2024 - 04:18 PM (IST)

नई दिल्लीः अनिल अग्रवाल के स्वामित्व वाली वेदांत ग्रुप ऋण प्रतिभूतियों के माध्यम से 2,500 करोड़ रुपए जुटएगी। कंपनी के बोर्ड ने आज यानी गुरुवार (4 अप्रैल) को हुई अपनी बैठक में रकम जुटाने की मंजूरी दी। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करके धन जुटाया जाएगा। हालांकि अरबपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में इस बात का उल्लेख नहीं किया कि धन का उपयोग किस लिए किया जाएगा।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, खनन सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांत ने वित्त वर्ष 2024 में तीन बार गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर के माध्यम से धन जुटाया।

Vedanta के शेयरों में आया 3.5% का उछाल

ऋण प्रतिभूतियों के माध्यम से धन जुटाने की खबर सामने आने के बाद वेदांत के शेयरों को पंख लग गए। खबर लिखे जाते समय गुरुवार के इंट्रा-डे ट्रेड में BSE पर कंपनी के शेयर 3.57 फीसदी की तेजी के साथ 309.20 रुपए प्रति शेयर के भाव पर कारोबार कर रहा था।

Vedanta का एल्यूमीनियम प्रोडेक्शन 4% बढ़ा

इससे पहले आज वेदांत लिमिटेड ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में उसका कुल एल्यूमीनियम प्रोडेक्शन एक साल पहले की अवधि की तुलना में 4 फीसदी बढ़कर 5,98,000 टन हो गया। वेदांता ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि वित्त वर्ष 2023 की इसी तिमाही में कंपनी का एल्युमीनियम प्रोडक्शन 5,74,000 टन था।

Vedanta की फाइनैंशियल हेल्थ

बात करें कंपनी के फाइनैंशियल हेल्थ की तो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट 18.3 फीसदी कम होकर 2,013 करोड़ रुपये रहा गया है। कंपनी के मुताबिक अन्य आय कम होने और ज्यादा टैक्स लगने के कारण उसके नेट प्रॉफिट में गिरावट आई। कंपनी की नेट बिक्री 3.8 फीसदी बढ़कर 34,968 करोड़ रुपए हो गई। वेदांत का एबिटा पिछले साल के मुकाबले 22 फीसदी बढ़कर 8,677 करोड़ रुपये रही।

वेदांत ने पिछले साल कहा था कि उसने छह अलग-अलग इकाइयों में विभाजित होकर पुनर्गठन की योजना बनाई है। विश्लेषकों का कहना है कि इससे नकदी संकट से जूझ रहे समूह की ऋण संबंधी चिंताएं कम होने की संभावना नहीं है।

jyoti choudhary

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