लक्ष्य से बहुत पीछे है UPI, पहली तिमाही में 35% की गिरावट

punjabkesari.in Wednesday, Jul 12, 2017 - 02:33 PM (IST)

मुंबई: डिजिटल भुगतान के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किए गए यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यू.पी.आई.) में पिछले कुछ महीनों से लेन-देन में बढ़ौतरी हुई है। लेकिन बैंकों द्वारा बढ़ावा न मिलने के कारण इसका तिमाही लक्ष्य 35% तक कम हो गया है।

एन.पी.सी.आई. के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष की पहले तिमाही में यू.पी.आई. के तहत लेनदेन की संख्या 26 लाख थी, जो वित्त मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 40 लाख कम थी। अगर यू.पी.आई. से लेनदेन अगले कुछ महीनों में तेजी से नहीं बढ़ता है और बैंक इसे बाजार में बढ़ावा नहीं देता है तो यह सरकार के वार्षिक लक्ष्य के लिए खतरा साबित हो सकता है। एन.पी.सी.आई. के प्रबंध निदेशक ए.पी. होता ने कहा, "वित्त मंत्री द्वारा निर्धारित 25 अरब लेनदेन के लक्ष्य में यू.पी.आई. का हिस्सा 400 मिलियन है।" उनका मानना है कि यू.पी.आई. में ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ने से अगले कुछ महीनों में लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।
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UPI में इस वर्ष लगातार वृद्धि 
मोदी सरकार ने डिजिटल भुगतान और भीम (भारत इंटरफेस फॉर मनी) एप जैसी नई पहल को आक्रामक रूप से बढ़ावा दिया है। ऐक्सिस बैंक के कार्ड और भुगतान कारोबार के प्रमुख संग्राम सिंह ने कहा, ग्राहकों के इलावा हमने यू.पी.आई. से भुगतान स्वीकार करने पर व्यापारियों का ध्यान भी केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि हम यू.पी.आई. भुगतान के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम, आई.आर.सी.टी.सी., रिलायंस डिजिटल, बिग बाजार, पी.वी.आर. और ओला जैसे बड़े व्यापारियों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। हालांकि यू.पी.आई. ने इस वर्ष लगातार वृद्धि की है, लेकिन पहली तिमाही में यू.पी.आई. अपने लक्ष्य से पीछे रह गया था। भारतीय रिज़र्व बैंक के आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर में यू.पी.आई. द्वारा 20 लाख ट्रांजैक्शन हुए जबकि जून में 1 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए।


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