प्लास्टिक आधार कार्ड को लेकर UIDAI की चेतावनी, हो सकता है डाटा चोरी
punjabkesari.in Tuesday, Feb 06, 2018 - 06:26 PM (IST)
नई दिल्लीः अगर आप प्लास्टिक आधार कार्ड बनवाने जा रहे हैं तो सावधान हो जाए। दरअसल यू.आई.डी.ए.आई. को शिकायतें मिली हैं कि कई लोग प्लास्टिक आधार बनाने के लिए मनमाने तरीके से 300 रुपए तक वसूल रहे हैं, और ये वो लोग हैं जो ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं है। ऐसे में आधार का डाटा गलत हाथों में जाने का भी खतरा है।
प्लास्टिक आधार कार्ड की नहीं जरूरत
यूआईडीएआई का कहना है कि प्लास्टिक आधार कार्ड की अलग से जरूरत नहीं है। आधार से जुड़ी सेवाएं लेने के लिए आधार नंबर या फिर उसका प्रिंट ही काफी है। यूआईडीएआई ने ये भी चेताया है कि कार्ड पर छपे क्यूआर कोड से भी डाटा लीक होने का खतरा है। आपको बता दें कि पिछले दिनों सूरत में फर्जी आईडी से प्लास्टिक कार्ड बनाने का मामला सामने आया था।
Plastic or PVC Aadhaar Smart Card is not usable: UIDAI https://t.co/7W022FxPDd
— Aadhaar (@UIDAI) February 6, 2018
यूआईडीएआई ने किया आगाह
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने जनता को आगाह किया कि वह प्लास्टिक वाले या लेमिनेटेड आधार स्मार्ट कार्ड के चक्कर में नहीं पड़े, क्योंकि इनकी अनाधिकृत छपाई से क्यूआर कोड काम करना बंद कर सकता है या उनकी सहमति के बिना ही व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक हो सकती है। यूएडीएआई के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा कि प्लास्टिक स्मार्ट कार्ड पूरी तरह अनावश्यक व बर्बादी है क्योंकि डाउनलोड कर सामान्य कागज पर प्रकाशित आधार कार्ड या ‘एम आधार’ पूरी तरह वैध है।