शेयर बाजार अगले सप्ताह भी बना सकता है नया रिकॉर्ड, सतर्क रहे निवेशक

Sunday, Sep 26, 2021 - 12:53 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना की दो-दो लहर झेल चुकी भारतीय अर्थव्यवस्था के अब टीकाकरण से आई तेजी के बल पर अब और तीव्र गति से बढ़ने की उम्मीद से पिछले पांच सप्ताह से नया रिकॉर्ड बना रहे भारतीय शेयर बाजार में अगले सप्ताह भी तेजी बने रहने की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन कुछ विश्लेषकों ने इसमें तीव्र करेक्शन की आशंका भी जताई है।

बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सप्ताह सरपट दौड़ते हुए पहली बार 60 हजार अंक के स्तर को न सिर्फ पार कर गया बल्कि 60333 अंक के उच्चतम स्तर को भी छुआ। इस दौरान यह इससे पिछले सप्ताह की तुलना में 1032.58 अंकों की जबरदस्त उछाल लेकर 60048.47 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी इस दौरान 18 हजारी होने को बेताब दिखा। निफ्टी सप्ताहांत पर 18 हजार अंक की ओर लपकते हुए 17947 अंक तक चढ़ा और यह 268.05 अंकों की बढ़त के साथ 17853.20 अंक पर रहा। 

सेंसेक्स ने निवेशकों को किया मालामाल 
दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों पर दबाव दिखा। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का मिडकैप 148.26 अंक बढ़कर 25194.84 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई का स्मॉलकैप 16.55 अंकों की मामूली बढ़त हासिल कर सका और यह 28023.34 अंक पर रहा। केवल 31 वर्षों में एक हजार अंक से लेकर 60 हजार अंक तक का सफर करने वाले सेंसेक्स ने निवेशकों को भी मालामाल किया है।आठ महीने से कुछ अधिक दिनों में 10 हजार अंक जोड़कर सेंसेक्स 60 हजारी हुआ है। 21 जनवरी 2021 को यह 50 हजार अंक का स्तर पार किया था। इस दौरान बीएसई का बाजार पूंजीकरण भी 2,61,539.92 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

विश्लेषकों का कहना है कि शेयर बाजार में जिस तरह की तेजी दिख रही है उससे साफ लग रहा है कि यह वर्ष 2024 से पहले की एक लाख अंक के स्तर पर पहुंच जाएगा। मात्र आठ महीने में 10 हजार अंक जोड़ने वाला सेंसेक्स अगले सप्ताह भी नया रिकॉर्ड बना सकता है क्योंकि विदेशी निवेशक के साथ ही घरेलू निवेशक भी अब परिपक्व होते दिख रहे हैं और वे सतकर्ता से निवेश कर पूंजी बना रहे हैं। वहीं, कुछ विश्लेषकों ने आशंका जताई है कि शेयर बाजार में तेजी जारी रहने के बीच 10 फीसदी तक का करेक्शन दिख सकता है क्योंकि जिस गति से बाजार में तेजी आई है उसके मद्देनजर विदेशी निवेशकों के मुनाफा काटने से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिस तरह पिछले सप्ताह एक दिन बाजार में 500 से अधिक अंकों की गिरावट आई थी उसी तरह से आगे भी किसी भी दिन मुनाफावसूली दिख सकती है इसलिए छोटे निवेशकों विशेषकर खुदरा निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है लेकिन पूंजी बाजार की तेजी का लाभ उठाने के लिए कुछ जोखिम उठाना पड़ेगा।  
 

jyoti choudhary

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