2023 में चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गई IPO की एवरेज साइज, 2022 के मुकाबले 17% कम जुटी रकम

Friday, Jan 05, 2024 - 03:03 PM (IST)

नई दिल्लीः साल 2023 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) का औसत आकार सिकुड़कर 867 करोड़ रुपए रह गया, जो 2022 में 1,483 करोड़ रुपए और 2021 में 1,884 करोड़ रुपए था। प्राइम डेटाबेस की रिपोर्ट के अनुसार गिरावट इसलिए आई क्योंकि साल के दौरान छोटे आकार के निर्गमों (इश्यू) का वर्चस्व रहा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अजय सराफ ने कहा कि निर्गम का औसत आकार महामारी से पहले के आंकड़ों के मुताबिक है। बीच में नई पीढ़ी की कंपनियों के आईपीओ आए थे, जिससे आंकड़े ऊपर चले गए थे। अगले साल हम नई पीढ़ी की कंपनियों को बाजार में उतरते देखेंगे। तब आईपीओ का औसत आकार बढ़ सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 57 कंपनियों ने साल 2023 में आईपीओ के जरिए 49,434 करोड़ रुपए जुटाए, जो एक साल पहले के 40 आईपीओ के जरिए जुटाए गए 59,302 करोड़ रुपए के मुकाबले 17 फीसदी कम है। हालांकि अगर हम साल 2022 के एलआईसी के बड़े आईपीओ को छोड़ दें तो आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम पिछले साल से फीसदी बढ़ जाती है। इक्विटी के जरिए सार्वजनिक तौर पर जुटाई गई रकम (आईपीओ, ओएफएस, इनविट व क्यूआईपी) साल 2023 में 59 फीसदी बढ़कर 1,44,283 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो 2022 में 90,886 करोड़ रुपए रही थी।

साल 2023 में सबसे बड़ा आईपीओ मैनकाइंड फार्मा (4,326 करोड़ रुपए) रहा। इसके बाद टाटा टेक (3,043 करोड़ रुपए) और जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर (2,800 करोड़ रुपए) का स्थान रहा। सबसे छोटा आईपीओ उदयशिवकुमार इन्फ्रा का था, जिसने 66 करोड़ रुपए जुटाए, जिसके बाद प्लाजा वायर्स का स्थान रहा, जिसने 71 करोड़ रुपए जुटाए।

57 में से 40 आईपीओ साल के पहले चार महीने में आए। सितंबर में सबसे ज्यादा 14 इश्यू बाजार में उतारे गए, जिसके बाद दिसंबर रहा जिसमें 11 इश्यू आए। नवंबर में आठ और अगस्त में सात आईपीओ आए। 57 में से 41 आईपीओ में आवेदन 10 गुना से ज्यादा आए, 16 इश्यू को 50 गुना से ज्यादा बोली मिली और नौ आईपीओ को तीन गुना से ज्यादा आवेदन मिले। बाकी इश्यू को एक से तीन गुना के बीच आवेदन मिले।

खुदरा निवेशकों की तरफ से आवेदनों की संख्या बढ़कर 13.21 लाख हो गई, जो इससे पिछले साल 5.6 लाख रही थी। सबसे ज्यादा खुदरा आवेदन टाटा टेक (52.1 लाख) को मिले, जिसके बाद डोम्स इंडस्ट्रीज (41.3 लाख) और आईनॉक्स इंडिया (37.3 लाख) का स्थान रहा। प्रणव हल्दिया ने कहा कि आईपीओ को लेकर प्रतिक्रिया में सूचीबद्धता के बाद मजबूत प्रदर्शन से इजाफा हुआ। उन्होंने कहा कि 57 में से 40 आईपीओ ने 10 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया। 57 में से 53 आईपीओ इश्यू प्राइस से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। बाजार में उतरे 57 में से 21 के पास पहले से ही प्राइवेट इक्विटी या वेंचर कैपिटल निवेशक थे, जिन्होंने आईपीओ में शेयर बेचे।

jyoti choudhary

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