भारत में सूक्ष्मवित्त क्षेत्र में मजबूत वृद्धि की गुंजाइश बरकरार: केपीएमजी

punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2019 - 03:13 PM (IST)

कोलकाताः देश में सूक्ष्मवित्त क्षेत्र में वृद्धि की काफी गुंजाइश है। केपीएमजी की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। इसके मुताबिक पिछले पांच साल के दौरान इस क्षेत्र में 48 फीसदी की सकल वृद्धि दर्ज की गई। इस वृद्धि के बावजूद मौजूदा बाजार के एक चौथाई क्षेत्र में ही सूक्ष्मवित्त की पैठ बनी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र का सूक्ष्मवित्त क्षेत्र में अहम योगदान रहा है क्योंकि इन क्षेत्रों में ही कुल ऋण का सबसे ज्यादा 35 फीसदी हिस्सा दिया गया है। केपीएमजी भारत प्रमुख (वित्तीय सेवाएं) गायत्री पार्थसारथी ने रिपोर्ट में कहा है, ‘‘पिछले पांच साल के दौरान सूक्ष्मवित्त क्षेत्र में 48 फीसदी की समग्र वृद्धि दर्ज की गई है। इस क्षेत्र में अभी और वृद्धि की गुंजाइश बनी हुई है क्योंकि उपलब्ध बाजार के 25 फीसदी क्षेत्र में ही इसकी पैठ बनी है।''

उन्होंने कहा कि सूक्ष्मवित्त क्षेत्र की कंपनियां अपने सामाजिक उद्देश्य को पूरा करने और अपने मार्जिन को बढ़ाने के लिए ऋण सुविधाओं से भी आगे बढ़कर सक्रियता के साथ गतिविधियां बढ़ा रहीं हैं। पार्थसारथी ने कहा, ‘‘इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए परिचालन तौर तरीकों, सूक्ष्म वित्त साधनों में विविधता, भागीदारी मॉडल और कंपनियों की सुविधाओं को पहुंचाने की क्षमता में बदलाव की भी जरूरत होगी।'' रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले चार से पांच साल के दौरान सूक्ष्मवित्त क्षेत्र में भौगालिक विस्तार के चलते वृद्धि दर्ज की गई। इस क्षेत्र में उतरी कंपनियों अब पोर्टफोलियो जोखिम कम करने और लागत कम करने के लिये प्रौद्योगिकी को अपना रही है और फिनटेक कंपनियों के साथ गठबंधन कर रही है।


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Supreet Kaur

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