चिंता की कोई बात नहीं, भारत में घरेलू बाजार की मजबूती मंदी को प्रभावी नहीं होने देगी: जावड़ेकर

punjabkesari.in Sunday, Sep 08, 2019 - 10:23 PM (IST)

नई दिल्लीः सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत हैं और देश में 'हायतौबा वाली स्थिति ' नहीं है। आर्थिक विकास की गति में गिरावट को वैश्विक आर्थिक मंदी का नतीजा बताते हुए कहा कि यह दौर लंबा नहीं चलेगा क्योंकि घरेलू बाजार की स्थिति बेहतर है और सरकार स्थिति को संभालने के लिए सजगता से सक्रिय है।

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शुरुआती 100 दिनों के कामकाज का लेखाजोखा देते हुए जावड़ेकर ने कहा, ‘‘समय समय पर उत्पन्न होने वाली वैश्विक मंदी भारत की विकास गति को रोक नहीं सकेगी। भारत की तरक्की पिछले पांच सालों में सात फीसदी की रही और हमें पूरा विश्वास है कि आगे भी ये जारी रहेगी। आर्थिक मोर्चे पर देश में हायतौबा वाली स्थिति नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है।''

जावडे़कर ने अर्थव्यवस्था की सुस्ती के सवाल पर कहा कि विश्वव्यापी स्तर पर आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है। इसका क्षणिक असर सभी अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ता है लेकिन भारत में घरेलू बाजार की मजबूती मंदी को प्रभावी नहीं होने देगी। उन्होंने दलील दी कि, ‘‘ देश में निवेश आ रहा है, अधिकतम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की स्थिति हम देख रहे हैं। साथ ही घरेलू बाजार में मांग भी बेहतर है। कभी कभी कुछ बाधायें आती हैं, क्योंकि वैश्विक स्तर पर मंदी का दौर चल रहा है जो कि घरेलू बाजार पर असर डालता है। यह अस्थायी दौर होता है, इसलिए हमें बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार पूरी सजगता से सक्रिय है। जो भी जरूरी तात्कालिक कदम उठाये जाने चाहिये, सरकार वे कदम उठा रही है।''

आर्थिक विकास की कमजोर पड़ी गति का हवाला देकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों पर किए गए कटाक्ष पर जावड़ेकर ने कहा, ‘‘जो 100 में से 90 दिन बाहर रहे हों, उनकी बात पर मैं क्या कहूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी का 15 अगस्त को दिया गया भाषण और लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दिया गया भाषण और संसद से पारित हुये कानूनों के बाद जिस तरह से स्थिति में जबरदस्त तरीके से बदलाव आया है और नियमों का अमल हुआ है यह गति कांग्रेस ने शायद कभी देखी नहीं थी। इसलिए उनके (राहुल गांधी) बयान पर मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है।''

उन्होंने कहा कि कई बार मंदी की चक्रीय प्रक्रिया होती है। भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद बेहद मजबूत है और इसलिए यह प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भारत में पिछले साल रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया। यह चीन से दोगुना था। उन्होंने यह भी कहा कि योजना के अनुरूप किसानों की आय को दोगुना किया जाएगा।


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Pardeep

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