अग्रिम निगम कर संग्रह भुगतान में आगे रहीं छोटी कंपनियां

punjabkesari.in Friday, Dec 30, 2016 - 11:47 AM (IST)

नई दिल्लीः अग्रिम निगम कर संग्रह भुगतान में बड़ी कंपनियां भले ही फिसड्डी रहीं लेकिन छोटी कंपनियों ने इस मामले में कोताही नहीं बरती। इस तरह, माना जा रहा है कि छोटे अग्रिम कर संग्रह में कमी की भरपाई छोटी कंपनियों ने कर दी है। विमुद्रीकरण के बाद छोटी कंपनियों ने अग्रिम निगम कर भुगतान में खासी तेजी दिखाई है। यानि यह मतलब निकाला जा सकता है कि तीसरी तिमाही (15 दिसंबर तक) में कर आंकड़ों में 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ौतरी हुई है।

इस मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में यह तेजी महज 7 प्रतिशत रही थी। छोटी और मझौली कंपनियों ने पुराने नोट में पड़े धन पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए अपने बही-खातों में अधिक अधिक आय दिखाई। अधिकारी ने कहा, 'हालांकि यह अभी कहना जल्दबाजी होगी कि विमुद्रीकरण के कारण अग्रिम निगम कर भुगतान में तेजी आई है, लेकिन यह लग रहा है कि बड़ी मात्रा में पुराने नोट के रूप में पड़ी नकदी निपटाने के लिए कंपनियों ने अधिक आय दिखाई है। इसका आगे विश्लेषण किया जाएगा।

बड़ी कंपनियों ने जो अग्रिम निगम कर के रूप में जो भुगतान किए हैं उनमें कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। बड़ी कंपनियों की तरफ से अग्रिम निगम कर भुगतान में मामूली तेजी शायद यह संकेत दे रही है कि मौजूदा वित्त वर्ष में वृद्धि दर बहुत अधिक नहीं रह सकती है। बड़ी कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज और तीन तेल विपणन कंपनियों भारत पैट्रोलियम, हिंदुस्तान पैट्रोलियम और इंडियन ऑयल ने अधिक भुगतान किए हैं। 43 कंपनियों की सूची में इन चार कंपनियों के नाम निकाल दें तो शेष 39 कंपनियों का अग्रिम निगम कर भुगतान सालाना आधार पर मात्र 3.7 प्रतिशत रहा है।


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