देश से खिलौना निर्यात में मामूली गिरावट, गुणवत्ता नियंत्रण जैसे उपायों के बावजूद खास वृद्धि नहीं

punjabkesari.in Wednesday, May 08, 2024 - 10:36 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश का खिलौना निर्यात 2023-24 में मामूली घटकर 15.23 करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में यह 15.38 करोड़ डॉलर था। आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के खिलौना निर्यात को अनिवार्य गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों से कोई खास लाभ नहीं हुआ। घरेलू उपायों का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देना और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना था लेकिन इनसे भारत के खिलौना निर्यात में कोई खास वृद्धि नहीं हुई।

क्या कहती है रिपोर्ट?

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 से वित्त वर्ष 2021-22 तक निर्यात मामूली रूप से 12.96 करोड़ डॉलर से बढ़कर 17.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर हुआ। हालांकि, आयात 2022-23 में 6.23 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 6.49 करोड़ डॉलर हो गया।

जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि क्यूसीओ (भारतीय गुणवत्ता परिषद) ने चीन से घटिया आयात पर रोक लगाई लेकिन इसके परिणामस्वरूप भारत से निर्यात में वृद्धि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत ने 2020 से घटिया खिलौनों के आयात खासकर चीन से इस पर अंकुश लगाने और घरेलू खिलौना उद्योग को मजबूत करने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं लेकिन भारत को उद्योग के विकास के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।

अभी क्या है हाल?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौजूदा समय में वर्ल्ड टॉय इंडस्ट्री करीब 105 बिलियन अमरीकी डॉलर (करीब 7.87 लाख करोड़ रुपए) की है। इसके 2025 तक 131 बिलियन डॉलर (करीब 9.82 लाख करोड़ रुपए) तक पहुंचने की उम्मीद है। भारत की बात करें, तो विश्व के खिलौना बाजार में भारत की हिस्सेदारी 0.5 फ़ीसदी से भी कम है। भारत में खिलौना बाज़ार तकरीबन 16 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें से 25 फीसदी ही स्वदेशी है। बाकी 75 फीसदी में से 70 फीसदी सामान चीन से आता है। 5 फीसदी ही दूसरे देशों से एक्सपोर्ट होता है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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