2392 से 51 रुपए पर आया शेयर, दो बड़े इस्तीफों ने बढ़ाई चिंता
punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 12:54 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों की स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। 13 मई 2025 मंगलवार को कंपनी के शेयरों में एक बार फिर लोअर सर्किट लगा और स्टॉक गिरकर ₹51.84 के स्तर पर पहुंच गया, जो कि इसका 52 सप्ताह का नया निचला स्तर है। यह गिरावट अक्टूबर 2023 के उच्चतम स्तर ₹2,392.05 से तुलना करें तो करीब 93% की भारी गिरावट दर्शाती है।
बड़े इस्तीफे और SEBI की कार्रवाई
कंपनी के खिलाफ नकारात्मक धारणा उस वक्त और मजबूत हुई जब डायरेक्टर अनमोल सिंह जग्गी और होल टाइम डायरेक्टर पुनीत सिंह जग्गी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। दोनों इस्तीफे 12 मई से प्रभावी हो गए हैं। यह कदम SEBI के अंतरिम आदेश के बाद उठाया गया, जिसमें जग्गी बंधुओं पर कंपनी के लोन फंड्स का निजी उपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
260 करोड़ रुपए को लेकर सवाल
SEBI की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि जेनसोल इंजीनियरिंग को IREDA और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन से ₹978 करोड़ का लोन मिला था, जिसका उद्देश्य था ब्लूस्मार्ट के लिए 6,400 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीद लेकिन कंपनी ने सिर्फ 4,700 ईवी ही खरीदे, जिन पर ₹567 करोड़ खर्च हुए। बचे हुए ₹260 करोड़ के फंड्स को कथित तौर पर लक्जरी रियल एस्टेट में निवेश किया गया, जिससे कॉरपोरेट गवर्नेंस पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
निवेशकों के लिए चिंता
लगातार गिरते शेयर भाव और मैनेजमेंट संकट के चलते कंपनी के भविष्य को लेकर निवेशकों में भारी चिंता है। BSE के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक कंपनी के शेयरों में 93% से अधिक की गिरावट आ चुकी है।