21 महीने बाद रुपए की चांदी, डॉलर के मुकाबले रुपए में 75 पैसे का जोरदार उछाल

punjabkesari.in Tuesday, Sep 01, 2020 - 09:05 PM (IST)

मुंबईः भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा घोषित तरलता बढ़ाने के उपायों के समर्थन से अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73 पैसे के भारी उछाल के साथ 73 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से भी नीचे आ गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशों में कमजोर डॉलर और इक्विटी बाजारों में तेजी के रुझान के चलते रुपये को अच्छा समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73.18 पर खुला तथा कारोबार के दौरान 72.75 और 73.19 के बीच घटने बढ़ने के बाद अंत में 73 पैसे के उछाल के साथ 72.87 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इसका पिछला बंद भाव प्रति डॉलर 73.60 रुपया प्रति डालर पर था।

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डालर सूचकांक 0.25 प्रतिशत घटकर 91.91 अंक पर चल रहा था। रिजर्व बैंक ने सोमवार को कई कदम उठाये हैं। उसने मध्य सितंबर में कुल मिलाकर एक लाख करोड़ रुपये का सावधि रेपो परिचालन करने की घोषणा की है। यह कदम तरलता पर दबाव कम करने और आर्थिक वृद्धि में आते सुधार को बनाये रखने में समर्थन देने के लिये उठाया गया। इस बीच, बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक मंगलवार को 272.51 अंक यानी 0.71 प्रतिशत बढ़कर 38,900.80 अंक पर बंद हुआ।

कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.15 प्रतिशत बढ़कर 45.80 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के विदेशी मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरंग सोमय्या ने कहा कि भारती पूंजी बाजारों में मंगलवार को विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ने और प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डालर में कमजोरी आने से रुपये को मजबूत समर्थन मिला।

जानिए पिछले 5 दिनों के रुपये का क्लोजिंग स्तर

  • सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे की कमजोरी के साथ 73.61 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
  • बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे की मजबूती के साथ 74.30 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
  • मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की कमजोरी के साथ 74.32 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
  • सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे की मजबूती के साथ 74.31 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
  • शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की मजबूती के साथ 74.84 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।

आजादी के समय रुपए का स्तर
एक जमाना था जब अपना रुपया डॉलर को जबरदस्त टक्कर दिया करता था। जब भारत 1947 में आजाद हुआ तो डॉलर और रुपए का दाम बराबर का था। मतलब एक डॉलर बराबर एक रुपया था। तब देश पर कोई कर्ज भी नहीं था। फिर जब 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना लागू हुई तो सरकार ने विदेशों से कर्ज लेना शुरू किया और फिर रुपए की साख भी लगातार कम होने लगी। 1975 तक आते-आते तो एक डॉलर की कीमत 8 रुपए हो गई और 1985 में डॉलर का भाव हो गया 12 रुपए। 1991 में नरसिम्हा राव के शासनकाल में भारत ने उदारीकरण की राह पकड़ी और रुपया भी धड़ाम गिरने लगा।


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jyoti choudhary

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