क्रूड ऑयल की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट! क्या घटेंगे तेल के दाम

punjabkesari.in Tuesday, Nov 29, 2022 - 04:06 PM (IST)

नई दिल्लीः कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है। बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड बीते सोमवार यानी 28 नवंबर 2022 को जनवरी महीने के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गया है। ब्रेंट क्रूड की कीमतों में इस गिरावट के बाद अब तेल के दाम घटने की उम्मीद बढ़ गई है। इसकी एक वजह ये भी है कि चीन में सख्त कोविड प्रतिबंधों और 5 दिसंबर से रूसी तेल पर जी -7 मूल्य कैप के कारण मांग पर असर पड़ा है। ब्रेंट की बात करें तो ये $2.6/बैरल या 3 फीसदी से ज्यादा फिसलकर $80.97 के स्तर पर आ गया है। रूस सहित तेल निर्यातकों के ओपेक+ समूह द्वारा एक और उत्पादन में कटौती की आशंका ने तेज गिरावट में योगदान दिया है। समूह की एक बैठक मौजूदा उत्पादन सीमा पर 4 दिसंबर को होने वाली है।

क्रूड में लगातार देखी जा रही कमजोरी

ब्रेंट में लगातार तीन हफ्तों से कमजोरी देखी जा रही है। इसका नतीजा है कि भारतीय रिफाइनरों द्वारा खरीदे गए कच्चे तेल का मिश्रण मार्च में औसतन $112.8 से गिरकर $82/बैरल हो गया है। ये उपभोक्ताओं और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगभग 85 डॉलर प्रति बैरल पर तेल को दर्शाती हैं। इस प्रकार, हाल की गिरावट, ईंधन की कीमतों में कटौती की गुंजाइश छोड़ती है अगर तेल इस स्तर पर रहता है या आने वाले दिनों में और लड़खड़ाता है तो लोगों को इसका फायदा मिल सकता है।

22 मई को कम की गईं थीं कीमतें

तेल की कीमतों में पिछली बार 22 मई को कटौती की गई थी इस दौरान सरकार ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद ब्रेंट में तेजी के बाद उपभोक्ताओं को राहत के रूप में पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये उत्पाद शुल्क घटाया था। इसके बाद से तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इधर बाजार पर नजर रखने वालों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 14 रुपए की अंडर-रिकवरी हुई है। इस महीने की शुरुआत में पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों ने मार्जिन (ओवर-रिकवरी) का संकेत दिया था। इसे कई लोग अनुमानित मूल्य मानते थे।


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Content Writer

jyoti choudhary

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