''लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के अनुपालन के लिए बैंकों पर नए शेयर जारी करने को जोर दे RBI''

punjabkesari.in Sunday, Nov 25, 2018 - 03:37 PM (IST)

नई दिल्लीः कोटक महिन्द्रा के प्रवर्तकों के लिए बैंक में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी को घटाकर 20 प्रतिशत पर लाने के रिजर्व बैंक के दिशानिर्देश के पानल की समयसीमा नजदीक आने के साथ ही लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों को पूरा करने के तौर-तरीके पर आरबीआई और बैंक के बीच मतभेदों को देखते हुए निवेशकों की चिंता बढ़ रही है। कुछ निवेशकों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों को पूरा करने के लिए आरबीआई को बैंकों पर नए शेयर जारी करने के लिए जोर देना चाहिए।

नए शेयर जारी करना एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे दो उद्देश्यों की पूॢत होती है। यह एक तरफ प्रवर्तकों के हितों के टकराव को रोकता है और दूसरी तरफ बैंकों को अधिक संसाधन उपलब्ध कराता है, जो कि वृद्धि योजना को पूरा करने में उसकी मदद करते हैं। इससे पहले, आरबीआई ने चार साल पहले जारी नए बैंक लाइसेंस के दिशानिर्देशों के तहत कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवर्तकों को बैंक में अपनी हिस्सेदारी दिसंबर 2018 तक 20 प्रतिशत और मार्च 2020 तक घटाकर 15 प्रतिशत करने को कहा था।

कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवर्तक और संस्थापक उदय कोटक ने अगस्त में चिरस्थायी गैर-संचयी तरजीही शेयर (पीएनसीपीएस) जारी कर बैंक में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 19.70 प्रतिशत कर ली थी। इससे पहले उनकी हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत थी। ये शेयर पात्र निवेशकों को जारी किए गए। रिजर्व बैंक ने फिलहाल कोटक बैंक की इस योजना को मंजूर नहीं किया है। बैंक इस मुद्दे पर रिजर्व बैंक के साथ बातचीत कर रहा है और अपनी योजना से अवगत करा रहा है। 


    


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jyoti choudhary

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