शेयर बाजार में GDP आंकड़ों पर भारी पड़ी मौद्रिक नीति

punjabkesari.in Tuesday, Dec 01, 2015 - 04:24 PM (IST)

मुंबईः रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति में ब्याज दरें यथावत रखने आने वाले समय में महंगाई बढऩे और वैश्विक मंदी जारी रहने की चेतावनियों से उतार-चढ़ाव से होता हुआ सैंसेक्स आज लगातार दूसरे दिन मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में जी.डी.पी. के 7.4 फीसदी बढऩे से बी.एस.ई. के सैंसेक्स ने मजबूत शुरूआत की लेकिन आर.बी.आई. के बयान से निराशा हाथ लगने और नवंबर में विनिर्माण गतिविधियां 25 माह के निचले स्तर पर रहने के कारण दोपहर से पहले यह अचानक गोता लगाकर लाल निशान में चला गया। इसके बाद दिन भर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहा और निवेशकों की सतर्क लिवाली से कारोबार के अंत में सैंसेक्स 23.74 अंक अर्थात 0.09 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 26169.41 अंक पर बंद हुआ। 

नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी भी कल की मामूली गिरावट से उबरकर 19.65 अंक यानि 0.25 फीसदी बढ़कर 7954.90 अंक पर रहा। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी अनुमान के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के 25.66 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर इस साल 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में 27.57 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस प्रकार इसमें 7.4 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। वहीं, रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में आज रेपो दर 6.75 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 5.75 फीसदी पर यथावत रखा। 

साथ ही नए ऑर्डर और उत्पादन की सुस्ती के कारण देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में 25 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई और इसका निक्की पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स घटकर 50.3 पर रह गया। इन आंकड़ों से अन्य के साथ ब्याज के प्रति संवेदनशील बैंकिंग और ऑटो जैसे समूहों में बिकवाली देखी गई। 

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) के चीन की मुद्रा युआन को विशेष आहरण अधिकार (एस.डी.आर.) वाली मुद्राओं में शामिल करने के फैसले से एशियाई बाजारों में 1.75 फीसदी की तेजी से घरेलू बाजार में धातु समूह में सबसे अधिक 3.30 फीसदी की बढ़त रही। 

जापान का निक्की 1.34 फीसदी, हांगकांग का हैंगसैंग 1.75, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.60, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.36 और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.43 फीसदी मजबूत रहा। बीएसई के 20 में से 11 समूहों में तेजी रही जबकि 9 अन्य समूहों शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। लिवाली की बदौलत बेसिक मटिरियल्स, ऊर्जा, एफएमसीजी, वित्त, हैल्थकेयर, यूटिलिटीज, तेल एवं गैस, पीएसयू, पावर और रियल्टी समूह के शेयर 1.60 फीसदी तक चढ़े। वहीं, बिकवाली के दबाव में आईटी, इंडस्ट्रियल्स, सीडीजीएंडएस, दूरसंचार, ऑटो, बैंकिंग, पूंजीगत वस्तुएं, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और टेक समूह के शेयर 1.12 फीसदी तक गिरे।


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