शेयर बाजार की 3 सप्ताह की तेजी पर ब्रेक

Sunday, Aug 21, 2016 - 01:14 PM (IST)

मुंबईः बीएसई की छोटी और मझौली कम्पनियों के बेहतर प्रदर्शन के बावजूद अमरी की फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ौतरी के संकेत से बड़ी कम्पनियों में निवेश धारणा कमजोर पडऩे के कारण बीते सप्ताह शेयर बाजार की पिछले 3 सप्ताह की तेजी पर ब्रेक लग गया। 

 

बी.एस.ई. का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सैंसेक्स 75.40 अंक टूटकर 28,077 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी 5.25 अंक की मामूली गिरावट लेकर 8,666.90 अंक पर रहा। वहीं, सप्ताहांत पर बी.एस.ई. का मिडकैप 0.52 फीसदी की उछाल के साथ 13 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक अंक के पार 13035.17 अंक और स्मॉलकैप 0.45 फीसदी चढ़कर 12459.46 अंक पर रहा। बीते सप्ताह 15 अगस्त पर अवकाश के कारण बाजार में केवल 4 दिन ही कारोबार हुआ, जिसमें से एक दिन तेजी और शेष 3 दिन गिरावट रही। 

 

न्यूयॉर्क फेड रिजर्व के अध्यक्ष विलियम डुडली और सैन फ्रांसिस्को फेड रिजर्व अध्यक्ष जॉन विलियम्स ने सितंबर में ब्याज दरों में बढ़ौतरी करने की उम्मीद जताई है। इससे निवेशधारणा कमजोर पडऩे से सैंसेक्स और निफ्टी पर दबाव पड़ा। हालांकि सप्ताहांत पर अकेले एसबीआई के चार प्रतिशत से अधिक चढऩे से बाजार की गिरावट पर अंकुश लगा। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक स्टेट बैंक की मुख्य वित्त अधिकारी अंशुला कांत के उस बयान से एस.बी.आई. के शेयरों में जमकर लिवाली हुई जिसमें उन्होंने कहा कि एस.बी.आई. में उसके अनुषंगी बैंकों एवं महिला बैंक के विलय से वह दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो जाएगा। 

 

अमरीका में हाल में जारी आर्थिक आंकड़ों के कमजोर रहने से निराश निवेशकों की बिकवाली के कारण मंगलवार को सैंसेक्स में 87.79 अंक और बुधवार को 59.24 अंक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि नीचे भाव पर हुई लिवाली से गुरुवार को इसमें 118.07 अंक की मजबूती रही। वहीं, शुक्रवार को यह बिकवाली के दबाव में आ गय़ा और इसमें 75.40 अंक की गिरावट रही। 

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