स्वदेशी बिटकॉइन ‘लक्ष्मी’ लांच करने की तैयारी में RBI

punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2017 - 11:15 AM (IST)

नई दिल्ली: मोदी सरकार ने पिछले साल नोटबंदी कर दुनिया को चौंका दिया था, लेकिन करंसी के साथ उसका यह आखिरी प्रयोग नहीं था। भारतीय रिजर्व बैंक अब क्रिप्टोकरंसी की दिशा में कदम आगे बढ़ाने पर विचार कर रहा है। दुनिया की पहली क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन की लोकप्रियता के बाद भारतीय रिजर्व बैंक अपनी क्रिप्टोकरंसी लाने पर विचार कर रहा है। हालांकि अब तक वह इस गैर-व्यवस्थित कही जाने वाली करंसी को लेकर बहुत सहज नहीं था।

आर.बी.आई. ने भले ही लोगों को वर्चुअल करंसी के इस्तेमाल के प्रति चेताया हो, लेकिन एक घरेलू बिटकॉइन एक्सचेंज का कहना है कि हर दिन उसके 2,500 यूजर बढ़े हैं और डाऊनलोड 5 लाख हो गए हैं। 2015 में लॉन्च हुई कंपनी का कहना है कि लगातार बढ़ते डाऊनलोड्स से पता चलता है कि लोगों को बिटकॉइन पर भरोसा बढ़ा है और यह करंसी सबसे लोकप्रिय इमॄजग एसेट्स क्लास के तौर पर उभरी है।

रुपए के डिजीटल विकल्प की संभावनाओं पर विचार
आर.बी.आई. में एक्सपटर्स का एक ग्रुप भारतीय करंसी रुपए के डिजीटल विकल्प की संभावनाओं पर विचार कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक धन की देवी के नाम पर आर.बी.आई. अपने बिटकॉइन का नाम ‘लक्ष्मी’ रख सकता है। आर.बी.आई. की क्रिप्टोकरंसी उसकी उस योजना का हिस्सा हो सकता है जिसके तहत वह ब्लॉकचेन तैयार करने पर विचार कर रहा है।

क्रिप्टोकरंसीज के लेन-देन का लेजर रिकॉर्ड रखने वाली व्यवस्था को ब्लॉकचेन कहा जाता है। फ्रॉड और बैड लोन से निपटने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अन्य बैंकों और तकनीकी कंपनियों के साथ मिलकर इस पर काम कर रहा है। इस मामले में एस.बी.आई., आई.बी.एम.ए., माइक्रोसॉफ्ट, स्काइलार्क, के.पी.एम.जी. और 10 कमॢशयल बैंकों के साथ काम कर रहा है।

क्या है क्रिप्टोकरंसी
क्रिप्टोकरंसी को ई-मुद्रा भी कह सकते हैं। यह आपके नोटों की तरह नहीं होती है, केवल कम्प्यूटर पर ही दिखाई देती है और सीधे आपकी जेब में नहीं आती। इसलिए इसे डिजीटल या वर्चुअल करंसी कहा जाता है। इसकी शुरूआत 2009 में हुई थी। इसके इस्तेमाल और भुगतान के लिए क्रिप्टोग्रफी का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसे क्रिप्टोकरंसी कहा जाता है। बिटकॉइन को दुनिया की पहली क्रिप्टोकरंसी कहा जाता है। इसको जमा करना माइनिंग कहलाता है। क्रिप्टोकरंसी को दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है और किसी भी प्रकार की करंसी में कन्वर्ट किया जा सकता है जैसे डॉलर, यूरो और रुपया आदि।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News