RBI ने कोरोना वायरस की वजह से मुसीबत का सामना कर रहे एक्सपोर्टर्स को दी बड़ी राहत

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2020 - 03:22 PM (IST)

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक असर से निपटने के लिए नए उपायों की घोषणा की, जिसमें निर्यात आय की प्राप्ति और स्वदेश भेजने की अवधि में बढ़ोतरी शामिल है। इसके साथ ही आरबीआई (RBI) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आय-व्यय के नकदी प्रवाह में अंतर की सीमा में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि वर्तमान में निर्यातकों द्वारा वस्तुओं तथा सॉफ्टवेयर निर्यात की पूरी राशि को निर्यात की तारीख से नौ महीने के भीतर देश में लाना होता है।

निर्यात आय वापस लाने की समयसीमा बढ़ी
रिजर्व बैंक ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते आई दिक्कतों के चलते 31 जुलाई 2020 तक किए गए निर्यात से होने वाली आय को देश में वापस लाने की अवधि को निर्यात की तारीख से 15 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। 

इससे पहले आरबीआई ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में नकदी की तंगी दूर करने और कर्ज सस्ता करने के लिए रेपो रेट और बैंकों आरक्षित नकदी अनुपात (सीआरआर) में बड़ी कटौती की थी। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि सीआरआर में कटौती और नकद धन का प्रवाह बढ़ाने के कुछ अन्य उपायों से बैंकिंग जगत में 3.74 लाख करोड़ रुपए की नकदी उपलब्ध होगी। रिजर्व बैंक ने लोगों को आश्वस्त किया है कि देश कि बैंक व्यवस्था मजबूत है, उनका निजी बैंकों में जमा धन पूरी तरह सुरक्षित है और लोगों को घबराकर पैसा निकालना नहीं चाहिए।

बता दें कि देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन का आज आठवां दिन है लेकिन इससे संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में अबतक इस महामारी से 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 146 नए मामले सामने आने के बाद मरीजों की संख्या 1397 पहुंच गई है। वहीं WHO के मुताबिक दुनियाभर में कोविड-19 मामले की संख्या 754, 948 पहुंच गई है और मरने वालों की संख्या 36, 571 हो गई है। कोरोना जैसे खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम काम कर रही है। यह टीम कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में मिनट टू मिनट की गतिविधियों पर नजर रख रही है।


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jyoti choudhary

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