बैंक जमा कराए गए पुराने नोटों की गिनती दोबारा चैक करेंः सरकार

Friday, Dec 16, 2016 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्लीः सरकार को अंदेशा है कि नोटबंदी के बाद बैंकों के पास जो पैसा आया है, शायद उनकी गिनती ठीक से नहीं हुई है। बैंकों के पास बैन हो चुके 13 लाख करोड़ रुपए के नोट आ चुके हैं। इस तरह से जितनी करंसी को कैंसल किया गया था, वह पूरी रकम उन्हें मिल चुकी है, जबकि पुराने नोटों को जमा कराने की डेडलाइन 30 दिसंबर है। सरकार ने रिजर्व बैंक और बैंकों से जमा कराए गए नोटों को फिर से चेक करने को कहा है। ऐसे में अब सवाल यह उठ रहे हैं कि अगर कैंसल की गई सारी करंसी बैंकों में जमा हो गई तो कालाधन कहां है।

करेंसी की सप्लाई में जल्द होगा सुधार 
सरकार को उम्मीद है कि करेंसी की सप्लाई में जल्द सुधार होगा। 9 नवंबर के बाद से सिस्टम में 5 लाख करोड़ रुपए डाले जा चुके हैं। अब 500 रुपए के नए नोटों की सप्लाई बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। इकनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने बताया, ‘आरबीआई ने बताया है कि 12.5 लाख करोड़ रुपए बैंकों के पास आ चुके हैं। हमें लगता है कि इसमें डबल काउंटिंग की गलती हुई है। इसलिए हमने आरबीआई और बैंकों से इसे चेक करने को कहा है।’ 500 और 1,000 रुपए के जिन पुराने नोटों को कैंसल किया गया था, उनकी वैल्यू 15.4 लाख करोड़ रुपए है।

करंसी सप्लाई बढ़ाई जाएगी
उन्होंने बताया, ‘करंसी सप्लाई में काफी सुधार हुआ है। आने वाले 2-3 हफ्तों में हालात और बेहतर होंगे क्योंकि 500 के नए नोटों की सप्लाई बढ़ेगी।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि 30 दिसंबर के बाद इस मामले में हालात खराब होने की आशंका नहीं है।

हफ्ते में 24,000 रुपए निकालने की लिमिट बरकरार
अभी बैंकों और एटीएम से पैसा निकालने की पाबंदी 30 दिसंबर तक लगाई गई है। अभी बैंकों से एक हफ्ते में 24,000 रुपए और एटीएम से प्रति दिन 2,500 रुपए निकालने की लिमिट है। ऐसे संकेत मिले हैं कि इनमें आगे जाकर ढील दी जाएगी, लेकिन पाबंदी को पूरी तरह खत्म नहीं किया जाएगा। रिजर्व बैंक का ध्यान अब 500 रुपये के नए नोटों की प्रिंटिंग पर है। इसलिए अगले 2-3 हफ्तों में करंसी की सप्लाई बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
 

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