फेस्टिव सीजन के बीच Quick Commerce कंपनियों पर मुसीबत, CCI से जांच की मांग

punjabkesari.in Tuesday, Oct 22, 2024 - 11:24 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में क्विक कॉमर्स कंपनियां (Quick Commerce Company) जैसे ब्लिंकिट, जेप्टो और स्विगी इंस्टामार्ट (Swiggy Instamart), शहरी ग्राहकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। ये कंपनियां 10 मिनट में होम डिलीवरी (Home Delivery) के साथ-साथ कम कीमत पर सामान उपलब्ध करा रही हैं, जिससे पारंपरिक दुकानदारों को कड़ी चुनौती मिल रही है। हालांकि, फेस्टिव सीजन (Festive Season) और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते ग्राहकों को लुभाने के लिए ये कंपनियां बंपर डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं, जो अब विवाद का कारण बन रहा है। रिटेल डिस्ट्रीब्यूटर्स के सबसे बड़े समूह ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रिब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) ने कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से इन कंपनियों के खिलाफ जांच की मांग की है।

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लोकल रिटेलर्स को हो रहा नुकसान 

फेडरेशन का आरोप है कि ये क्विक कॉमर्स कंपनियां अत्यधिक कम कीमत पर सामान बेच रही हैं, जिससे लोकल रिटेलर्स को नुकसान हो रहा है और पारंपरिक बाजार में प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है। इसके अलावा, कई उपभोक्ता वस्त्र कंपनियां सीधे क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म्स के साथ पार्टनरशिप कर रही हैं, जिससे पारंपरिक रिटेल डिस्ट्रीब्यूटर्स को नजरअंदाज किया जा रहा है।

फेडरेशन का कहना है कि पारंपरिक वितरकों की भूमिका को संरक्षित करने की जरूरत है, खासकर ऐसे समय में जब त्योहारी सीजन के दौरान खरीदारी बढ़ रही है। CCI से इस मामले की विस्तृत जांच की मांग की गई है ताकि लोकल रिटेलर्स के हितों की रक्षा हो सके और प्रतिस्पर्धा बरकरार रहे।

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बाजार में खत्म हो रहा कम्पटीशन

क्विक कॉमर्स कंपनियां न सिर्फ 10 मिनट में ग्रोसरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक के आइटम की होम डिलीवरी कर रही हैं बल्कि इन्होंने ग्राहकों की आदतों को भी बदला है। इनसे दिग्गज ई-कॉमर्स प्लेटफार्म अमेजॉन और फ्लिपकार्ट को भी टक्कर मिल रही है। क्विक कॉमर्स पर कंपनियां ऐसे डिस्काउंट दे रही हैं जैसे कि आपको बाहर दुकान पर कोई सामान 100 रुपए में मिल रहा है तो वो उसे 90 रुपए में बेच रहे हैं, इससे दुकानवाले को नुकसान हो रहा है और लोकल बाजार में कॉम्पिटिशन भी खत्म हो रहा है।

 


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Content Writer

jyoti choudhary

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