तेल की कीमतों में तेजी बरकरार, चीन-अमेरिका की बातचीत से बाजार को राहत की उम्मीद

punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 03:17 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती बनी रही। ब्रेंट क्रूड 66.47 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 1 सेंट की मामूली तेजी के साथ 64.59 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।

इस दौरान बाजार की नजरें अमेरिका और चीन के अधिकारियों के बीच लंदन में होने वाली अहम बैठक पर टिकी हुई हैं, जहां दोनों देश व्यापार तनाव कम करने की दिशा में बातचीत कर सकते हैं।

चीन के फैसले से तेल उद्योग को राहत

शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच करीब 90 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई। इसके बाद ट्रंप ने बताया कि चीन अमेरिका को रेयर अर्थ एलिमेंट्स (REEs) की आपूर्ति फिर से शुरू करने को तैयार हो गया है।

गौरतलब है कि अप्रैल में चीन द्वारा REEs के निर्यात पर रोक लगाने के फैसले ने तेल और गैस उद्योग को झटका दिया था, क्योंकि ड्रिलिंग मशीनों, पंपों और अन्य उपकरणों में इन तत्वों का व्यापक उपयोग होता है। चीन दुनिया में REEs का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, ऐसे में यह फैसला वैश्विक तेल उद्योग के लिए राहत की खबर है।

कीमतों में उछाल की वजह

पिछले सोमवार को भी तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला था जिससे अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें दो हफ्ते के हाई लेवल पर पहुंच गई थी क्योंकि भू-राजनीतिक तनावों के बीच निवेशकों ने OPEC प्लस के 4.11 लाख बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन बढ़ाने के फैसले को नजरअंदाज कर दिया। 8 जून को रूसी हवाई अड्डे को निशाना बनाते हुए यूक्रेन ने ड्रोन से हमला किया। इससे पहले 6 जून की रात को रूस ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया।

दोनों देश लगातार एक-दूसरे पर जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। इसके चलते रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम पर होने वाली बातचीत की संभावना फिर से डगमगाने लगी है। इस बीच यूक्रेन के रूसी तेल रिफाइनरियों को निशाना बनाए जाने की आशंका है और अगर ऐसा होता है तो इसका असर ऑयल मार्केट पर दिखेगा क्योंकि रूस क्रूड ऑयल का बड़ा सप्लायर है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Related News