नोटबंदी ने एेसे बिगाड़ा नीरव मोदी का सारा खेल

punjabkesari.in Saturday, Feb 17, 2018 - 12:26 PM (IST)

नई दिल्लीः पंजाब नैशनल बैंक में हुए 11,400 करोड़ रुपए के महाघोटाले में आरोपी नीरव मोदी का एक और सच सामने आया है। खबरों के मुताबिक नीरव मोदी 2016 में भारत से भागना चाहता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर में नोटबंदी कर दी और उसका सारा प्लान बिगड़ गया।

नोटबंदी से घटी मोदी की आमदन
बैंक अधिकारियों का मानना है कि नोटबंदी की वजह से वर्ष 2017 की शुरुआत में नीरव मोदी की आमदनी घट गई थी, इसलिए वह अपने विदेशी आपूर्तिकर्ता के बिल का भुगतान नहीं कर पाया। ऐसा होने पर उनके आपूर्तिकर्ता ने पीएनबी से जारी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग को भुना लिया और उनकी पोल खुल गई। मोदी का यह खेल वर्ष 2011 में ही शुरू हुआ था लेकिन तब यह सामने नहीं आ पाया क्योंकि वह लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) की अवधि बढ़वा कर बाजार से पैसे जुटाया जाता था और समय बीतने से पहले ही इंपोर्ट बिल का भुगतान कर देता था। इसलिए बैंक की बैलेंस शीट में यह दिखता नहीं था।

छापेमारी में जब्त हुई करोड़ों की संपत्ति
सी.बी.आई. ने 6 शहरों में 26 स्थानों पर गीतांजलि समूह की 18 अनुषंगियों के ठिकानों पर छापेमारी की। एजैंसी ने मुम्बई, पुणे, सूरत, जयपुर, हैदराबाद और कोयंबटूर में गीतांजलि समूह व नीरव मोदी के कई परिसरों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान 549 करोड़ रुपए का सोना, हीरे और जवाहरात जब्त किए गए। अब तक 5649 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की जा चुकी है। इस पूरे धोटाले में पी.एन.बी. ने 18 अधिकारियों को निलम्बित कर दिया है।

दोनों के पासपोर्ट रद्द
विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से 4 सप्ताह के लिए रद्द कर दिए हैं। देश छोड़कर भागने वाले मोदी व उनके परिवार का पता लगाने के लिए सी.बी.आई. ने इंटरपोल से संपर्क साधा है। पंजाब नैशनल बैंक ने कहा है कि नीरव मोदी द्वारा 11,400 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी सामने आने के 4 दिन बाद ही उसने भारतीय रिजर्व बैंक तथा सी.बी.आई. को धोखाधड़ी की पहली सूचना दी। बैंक ने इस बारे में नियामकी खुलासा 10 दिन बाद किया।


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