फिलहाल लक्जरी कार बनाने का कोई इरादा नहींः मारुति

Friday, Aug 24, 2018 - 10:44 AM (IST)

नई दिल्लीः देश के यात्री कार बाजार के 52.54 फीसदी हिस्से पर कब्जा रखने वाली सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी का फिलहाल लक्जरी कार श्रेणी में उतरने का कोई इरादा नहीं है। बल्कि उसकी कोशिश लागत प्रभावी कारों में ही प्रीमियम फीचर देने की है। कंपनी की 37वीं सालाना आम बैठक में उसके शेयरधारकों में से एक ने कंपनी प्रबंधन से कहा कि जब कंपनी का दबदबा देश के 50 फीसदी से अधिक यात्री वाहन बाजार पर है तो उसके लिए बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज-बेंज और ऑडी जैसी लक्जरी कार कंपनियों की तरह इस श्रेणी में उतरने के लिए यह सही समय है।

इस पर कंपनी के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने जवाब दिया कि कंपनी की कोशिश सस्ते उत्पादों में ही लक्जरी कार जैसे प्रीमियम फीचर ग्राहकों को मुहैया कराने की है। लक्जरी कारों का उत्पादन उसके कारोबारी मॉडल को सुहाता नहीं है। भार्गव ने कहा, ‘‘आज हमारे पास नई सियाज है जिसमें काफी कम लागत पर ‘प्रीमयम श्रेणी’ कारों के बहुत से फीचर मौजूद हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें ध्यान रखना चाहिए कि भारत कीमत को लेकर एक बहुत संवेदनशील देश है और हमारी कारों की विशेषता ही उनकी वहनीयता है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि कम कारों का उत्पादन कर उन्हें ऊंची कीमतों पर बेचना कंपनी की कारोबारी रणनीति के हिसाब से ठीक नहीं है।

भार्गव ने कहा, ‘‘मारुति की ताकत बड़े पैमाने पर उत्पादन है।’’ हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि कंपनी ग्राहकों को प्रीमियम फीचर नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी कारों को बेहतर बनाना जारी रखेंगे, साथ ही हमारे ग्राहकों को दिए जाने वाले मूल्यों को भी बेहतर बनाना जारी रखेंगे, लेकिन किस कार का उत्पादन हमें करना है इसका निर्णय कृपया कंपनी के निदेशक मंडल को करने दिया जाए।’’ उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल जून तिमाही में कंपनी की हिस्सेदारी यात्री वाहन बाजार में बढ़कर 52.54 फीसदी हो गई है जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 50.43 फीसदी थी। 
 

Supreet Kaur

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