मुकेश अंबानी ने प्रधानमंत्री से ‘डेटा के औपनिवेशीकरण’ के खिलाफ कदम उठाने का आग्रह किया

punjabkesari.in Friday, Jan 18, 2019 - 05:58 PM (IST)

गांधीनगरः रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘डेटा के औपनिवेशीकरण’ के खिलाफ कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों के डेटा भारतीयों के पास ही रहने चाहिए। राजनीतिक औपनिवेशीकरण के खिलाफ महात्मा गांधी के अभियान का उल्लेख करते हुए अंबानी ने कहा कि भारत को अब डेटा पर दूसरे देशों के कब्जे को खत्म करने के लिए नया अभियान छेडऩे की जरूरत है। 

वाइब्रेंट गुजरात समिट में अंबानी ने कहा, 'गांधी जी की अगुवाई में भारत ने राजनीतिक औपनिवेशीकरण के खिलाफ अभियान चलाया। अब हमें आंकड़ों के औपनिवेशीकरण के खिलाफ सामूहिक तौर पर अभियान छेडऩे की जरूरत है।’ अंबानी ने कहा कि नए विश्व में डेटा नई संपत्ति है। उन्होंने कहा, 'भारतीय आंकड़े भारत के लोगों के पास होने चाहिए, ना कि कॉरपोरेट्स के पास खासकर वैश्विक कॉरपोरेशनों के पास।’ अंबानी ने भारतीय लोगों के आंकड़ों को वापस भारत लाने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। 

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दिग्गज उद्योगपति ने प्रधानमंत्री की सरहाना करते हुए कहा कि पूरे विश्व में ‘मोदी’ की पहचान काम करने वाले व्यक्ति के रूप में हुई है। अंबानी ने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री, मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि आप इसे डिजिटल भारत मिशन का एक प्रमुख लक्ष्य बनाएंगे।’ 

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अगले 10 साल में तीन लाख करोड़ रुपए का निवेश 
मुकेश अंबानी ने अगले 10 साल में तीन लाख करोड़ रुपए निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि वह ऊर्जा, पेट्रोरसायन, नई तकनीक से लेकिर डिजिटल कारोबार सहित कई परियोजनाओं में यह निवेश करेंगे। गुजरात के जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी चलाती है। साथ ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में उसकी पेट्रोरसायन इकाइयां हैं।

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अंबानी ने कहा, ‘‘गुजरात रिलायंस की जन्मभूमि और कर्मभूमि है। गुजरात हमेशा से हमारी पहली पसंद रहा है और रहेगा।’’ रिलायंस समूह ने रिलायंस जियो के माध्यम से दूरसंचार क्षेत्र में अरबों डॉलर का निवेश किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने गुजरात राज्य में अब तक करीब तीन लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है और यहां करीब 10 लाख लोगों के लिए आजीविका के अवसर पैदा किए हैं। पिछले दशक की तुलना में रिलायंस आने वाले दस साल में अपने निवेश और रोजगार की संख्या को दोगुना करेगा।’’

जियो का नेटवर्क 5जी सेवाओं के लिए तैयार 
अंबानी ने कहा कि जियो का नेटवर्क 5जी सेवाओं के लिए तैयार है। इसलिए अब उसकी दूरसंचार इकाई और खुदरा कारोबार इकाई मिलकर एक नया वाणिज्यक मंच तैयार करेगी जो छोटे खुदरा व्यापारियों, दुकानदारों और ग्राहकों को आपस में जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि जामनगर स्थित कंपनी की दोनों रिफाइनरियां अब ईंधन का कम और पेट्रोकेमिकल जैसे मूल्य वद्र्धित उत्पादों का अधिक उत्पादन करेंगी क्योंकि दुनिया अब इलेक्ट्रिक वाहन की ओर बढ़ रही है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि जियो 5जी सेवाएं कब शुरू करेगा। जियो ने दूरसंचार सेवाओं की शुरुआत सितंबर 2016 में की थी।      


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jyoti choudhary

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