अब ई-कॉमर्स सेक्टर में परचम लहराने की तैयारी में मुकेश अंबानी, जल्द खरीद सकते हैं ये दो कंपनियां

punjabkesari.in Monday, Aug 17, 2020 - 12:08 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ई-कॉमर्स सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अर्बन लैडर और मिल्कबास्केट को खरीद सकती है। अर्बन लैडर ऑनलाइन फर्नीचर बेचने का कारोबार करती है, जबकि मिल्कबास्केट एक मिल्क डिलीवरी प्लेटफॉर्म है। अभी कंपनी इस पर बातचीत कर रही है। ये बात उस दौर में सामने आई है, जब कंपनी ईफार्मेसी स्टार्टअप नेटमेड्स (Netmeds) और लॉन्जरी रिटेलर जिवामी (Zivami) को खरीदने की कोशिश कर रही है। बता दें कि कुछ समय पहले ही कंपनी ने फ्यूचर रिटेल को खरीदा है।

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225 करोड़ रुपए में बिकेगा अरबन लैडर?
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अरबन लैडर से इस डील को लेकर बातचीत पिछले कुछ महीनों से चल रही है, जो अब एडवांस स्टेज में पहुंच चुकी है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि डील अभी तक फाइनल नहीं हुई है और इस पर बात चल रही है। माना जा रहा है कि अरबन लैडर के साथ ये डील करीब 3 करोड़ डॉलर यानी लगभग 225 करोड़ रुपए में हो सकती है।

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लॉकडाउन में बढ़ा मिल्कबास्केट का कारोबार
कोरोना के कारण लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन में मिल्कबास्केट का कारोबार बढ़ा है। इस अवधि में कंपनी के औसत वैल्यू ऑर्डर में 2.2 से 2.5 गुना की बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन के दौरान कंपनी से रोजाना 500 से 1000 नए ग्राहक जुड़े हैं।  

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2012 में शुरू हुई थी अर्बन लैडर
अर्बन लैडर एक ई-कॉमर्स स्टार्टअप है। इसकी स्थापना जुलाई 2012 में बेंगलुरु में हुई थी। आशीष गोयल और राजीव श्रीवास्तव अर्बन लैडर के को-फाउंडर हैं। अर्बन लैडर ऑनलाइन फर्नीचर बिक्री का कारोबार करती है। इस स्टार्टअप का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में होम सॉल्यूशन उपलब्ध कराना है। इस स्टार्टअप पर 25 से ज्यादा कैटेगरी में 1000 से ज्यादा प्रोडक्ट उपलब्ध हैं। अर्बन लैडर बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली/एनसीआर, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद और अहमदाबाद में डिलिवरी देती है। कंपनी 2012 से अब तक 114.9 मिलियन डॉलर का फंड जुटा चुकी है। कंपनी ने अपना अंतिम फंड 6 नवंबर 2019 को जुटाया था। स्टीडव्यू कैपिटल, सैफ पार्टनर्स और कालारी कैपिटल अर्बन लैडर के प्रमुख निवेशक हैं।


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jyoti choudhary

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