RBI MPC Meeting: रेपो रेट में लगातार सातवीं बार बदलाव नहीं, RBI ने 6.5% पर रेपो रेट बरकरार रखी

Friday, Apr 05, 2024 - 10:11 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः लगातार तीन दिनों की बैठक के बाद अब RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मोनेटरी पॉलिसी बैठक के फैसलों का ऐलान कर दिया है। RBI ने इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंक महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए दरों में बदलाव नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही अब RBI ने रेपो रेट को 6.50% पर बरकरार रखा है। रिवर्स रेपो रेट 3.5% और SDF रेट 6.25% पर है। कारोबारी साल 2025 में RBI का यह पहला MPC बैठक है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में आखिरी बार 8 फरवरी, 2023 को इजाफा किया था। तब आरबीआई ने इसे 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था। 

RBI की MPC में छह सदस्य हैं। इसमें बाहरी और RBI अधिकारी दोनों हैं। महंगाई को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोर महंगाई दर में कमी देखने को मिली है। देश की आर्थिक मजबूती में RBI का अहम भूमिका है। US बॉन्ड यील्ड और डॉलर में उतार-चढ़ाव बरकरार है। फरवरी महीने में महंगाई दर 5.1% पर है। मार्च महीने के लिए महंगाई दर 5.2% पर रहने का अनुमान है। 2024 के पहले 3 महीने में इसे 5.2% रहने का अनुमान है। 

जीडीपी ग्रोथ 7% रहने का अनुमान

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि FY 25 में जीडीपी ग्रोथ 7% रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मांग मजबूत हो रही है। वहीं निजी खपत भी बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया गया है।

RBI MPC मीटिंग की मुख्य बातें

  • FY25 में GDP ग्रोथ 7% रहने का अनुमान
  • FY25 में CPI 4.5 फीसदी रहने का अनुमान
  • बैंकों की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी रहेगी 
  • इमर्जिंग इकोनॉमी की तुलना में रुपए में कम उतार-चढ़ाव
  • पिछले 3 साल के मुकाबले FY24 में रुपए में कम उतार-चढ़ाव
  • फाइनेंशियल कंपनियां पब्लिक मनी का ध्यान दें
  • बैंक, NBFCs कॉरपोरेट गवर्नेंस को प्राथमिकता दें: RBI
  • RBI का कंप्लायंस बोझ घटाने की सलाह      
  • फॉरेक्स रिजर्व $64,560 Cr के रिकॉर्ड स्तर पर    
  • 29 मार्च तक फॉरेक्स रिजर्व $64,560 Cr
  • गिल्ट के जरिए निवेश के लिए मोबाइल एप लॉन्च करेंगे    
  • Rupee डेरिवेटिव्स प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल केलिए SFB को मंजूरी
  • UPI के जरिए कैश डिपॉजिट सुविधा मुहैया कराने का प्रस्ताव
  • वैश्विक स्तर पर महंगाई दर लक्ष्य के करीब        
  • US बॉन्ड यील्ड, डॉलर में उतार-चढ़ाव जारी    
  • दुनियाभर के इकोनॉमी में बढ़ता कर्ज चिंता का विषय       
  • पब्लिक डेट मैनेजमेंट के मोर्चे पर भारत का प्रदर्शन बेहतर    
  • फरवरी, मार्च में मैन्युफैक्चरिंग PMI में बढ़ोतरी    
  • ग्रामीण मांग में सुधार से FY25 में इकोनॉमी बेहतर रहने का अनुमान
  • एग्रीकल्चर आउटलुक बेहतर रहने का अनुमान    
  • महंगाई में कमी से प्राइवेट कंजम्प्शन में बढ़ोतरी

 

 

jyoti choudhary

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